चूरू. प्रदेश में ओलावृष्टि और बारिश से फसलों को हुए नुकसान के बाद जिले के प्रभारी मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में किसानों से मुलाकात कर रहे हैं. इसी कड़ी में चूरू के प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग ने सोमवार को जिले के रतनगढ़, सरदारशहर और चूरू तहसील के गांवों का दौरा किया. दौरे के बाद जिला मुख्यालय पर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ हुई बैठक में उपनेता प्रतिपक्ष और चूरू विधायक राजेंद्र राठौड़ ने प्रभारी मंत्री के दौरे पर ही सवाल उठाये.
राठौड़ ने कहा कि चूरू में 36 गांवों में फसलों के नुकसान की जो गिरदावरी रिपोर्ट जिला प्रशासन की ओर से तैयार की गई है, इस रिपोर्ट के आधार पर किसानों को एक फूटी कौड़ी भी मुआवजेे के रूप में राज्य आपदा राहत कोष से नहीं मिलेगी. राठौड़ ने कहा है कि प्रशासन ने इन सभी गांवों में 30 फीसदी से कम फसल का नुकसान बताया है, जबकि 33 फीसदी से ज्यादा नुकसान होने पर ही मुआवजा मिलता है.
बैठक में राठौड़ ने उठाया सवाल अब फिर से तैयार होगी गिरदावरी रिपोर्ट
प्रभारी मंत्री के ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों से मुलाकात के बाद जिला मुख्यालय पर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई. बैठक में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने जिला प्रशासन की ओर से तैयार करवाई गई गिरदावरी रिपोर्ट पर सवाल उठा दिए.
राठौड़ ने कहा कि ज्यादातर गांव में इस रिपोर्ट में 10 प्रतिशत से 30 प्रतिशत तक फसल का खराबा बताया गया है. किस मापदंड और मानदंड के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की गई है, यह भी प्रशासन ने नहीं बताया है. इस रिपोर्ट के आधार पर जिले के किसानों को एक फूटी कौड़ी भी राहत के रूप में नहीं मिलेगी. रिपोर्ट पर सवाल उठाने और जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं देने पर प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग ने आश्वासन दिया कि जिले में फसलों के नुकसान की गिरदावरी रिपोर्ट फिर से तैयार करवाई जाएगी.
होली के दिन किसानों से मुलाकात बैठक पर भी सवाल
बैठक में उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने होली के दिन किसानों से मुलाकात करने और बैठक का दिन चयन करने पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि त्यौहार के दिन ज्यादातर जनप्रतिनिधि और अधिकारी बैठक में नहीं पहुंचे हैं. ऐसे में इस बैठक का क्या औचित्य रहेगा.