चूरू. प्रदेश में हुए रीट परीक्षा को जहां शिक्षा मंत्री और प्रदेश सरकार रीटोउत्सव बता रहे हैं तो विपक्ष परीक्षा में धांधली और चूक के आरोप लगाते हुए सरकार को घेरने में लगी है. इस बीच उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने रीट परीक्षा को लेकर एक बार फिर सरकार और शिक्षा मंत्री को सवालों के घेरे में खड़ा किया है.
राजेंद्र राठौड़ ने कहा परीक्षा और परीक्षा के साथ खिलवाड़ यह फितरत है इस सरकार की. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी संस्था है राजस्थान लोक सेवा आयोग और सबसे बड़ा पद राजस्थान प्रशासनिक सेवा का पद है. उन पदों को जिस प्रकार बंदरबांट किया गया है और उसमें जिन्होंने मलाई खाई, आज वही शिक्षा मंत्री रीट की परीक्षा की बधाई लेने के लिए आतुर हो रहे हैं. राठौड़ ने कहा कि जबकि इसी सरकार ने एक RAS, दो RPS, एक डीईओ और लगभग एक दर्जन से ज्यादा कार्मिक को निलंबित किया है. उन्होंने कहा अगर परीक्षा सही थी और परीक्षा प्रमाणिक तौर पर सही हुई है तो इन लोगों के खिलाफ कारवाई क्यो की गई?
राठौड़ ने कहा कि मैं समझता हूं, यह कमजोर सरकार है. जिसके राज में हमेशा पेपर लीक होते रहते हैं. वह एक तरह से कीर्तिमान स्थापित कर दिया परीक्षा होना, पेपर लीक होना, पेपर आउट होना. एक गिरोह बन गया जो सरकारी पदों का व्यापार कर रहा है. अपना मुनाफा और चांदी कूटने का काम कर रहा है.
प्रदेश में चल रहा तबादला उद्योग
राठौड़ ने कहा तबादला सरकार की एक सामान्य प्रक्रिया है पर तबादला उद्योग इस बार हमने चलता देखा है. इस सरकार में तबादला उद्योग निरंतर चल रहा है. सरकार को इस बात की फिक्र नहीं है कि राजस्थान की कानून व्यवस्था कैसी है?. राजस्थान में विकास के कौन से काम रुके हुए हैं. राठौड़ ने कहा ताश के महल पर खड़ी सरकार किस दिन ढह जाएगी कोई मालूम नहीं.