चूरू. जिला परिषद सभा कक्ष में बुधवार को जिले के प्रभारी मंत्री भंवर सिंह भाटी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बैठक का आयोजन हुआ. बैठक में उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी और प्रभारी सचिव नीरज के पवन सहित उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और रतनगढ़ विधायक तारानगर विधायक सहित जिला प्रमुख और प्रधान मौजूद रहे. बैठक में जहां प्रभारी मंत्री ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को जिले में कोविड-19 के सैंपल बढ़ाने के निर्देश दिए तो राजेंद्र राठौड़ ने कम हो रही जिले में कोरोना जांच और रिजेक्ट जांचों को लेकर चिकित्सा महकमे के अधिकारियों को बैठक में फटकार लगाई.
प्रभारी मंत्री ने बैठक में कहा कि जिन ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव आए हैं उन गांवों में विशेष शिविर लगाकर सैंपलिंग करवाई जाए. बैठक में प्रभारी मंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने जिला स्तरीय अधिकारियों पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया. जिस पर प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधियों द्वारा भेजे गए पत्रों का तत्परता एवं गंभीरता से अधिकारी जवाब दें.
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बैठक के बाद राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह सिद्ध हो गया कि जिला प्रशासन ने नादिर शाही असंवेदनशीलता का रवैया अपना रखा है. जिसके कारण जनता से जुड़े हर महकमे में चाहे वो बिजली का महकमा हो या पानी का महकमा हो श्रम का महकमा हो या सड़कों का मामला. राठौड़ ने कहा बैठक में अधिकारियों को खुद स्वीकार करना पड़ा कि जुलाई के बाद एक भी पेंशनधारी को पेंशन नही मिली, बेरोजगारी भत्ते में पंजीकृत तो 63 हजार लोग हैं, उसमें पांच हजार लोगो को भत्ता दे रहे हैं वो भी अक्टूबर से बंद है.
राठौड़ ने कहा यह सारी बातें सिद्ध करती है कि जिले में पोपा बाई का राज है, ना कोई काम है ना कोई काज है. इस सरकार की विदाई तय है, समय का चक्र है ये अगली बार मिनी बस में जितने एमएलए आते है उतने भी नही आएंगे. राठौड़ ने कहा ऑडिट के नाम पर डिस्कॉम लाखों उपभोक्ताओं को परेशान कर रहा है.