चूरू: जिले के गांव सेहला में 36 वर्षीय पुलिस कांस्टेबल को बंधक बनाने का मामला सुर्खियों में है. 26 अगस्त को रतनगढ़ थाने में मामला दर्ज हुआ है. लेकिन हैरानी की बात है कि अब भी आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं. अब कान्स्टेबल के लिए न्याय की गुहार ग्रामीणों ने लगाई है.
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क्या हुआ था?
पीड़ित सरदारशहर पुलिस थाने में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं. वो छुट्टी पर अपने गांव सेहला गए थे. वह घर का सामान लेने निकले थे. आरोप है कि वापिस लौटते वक्त गांव के दबंगों ने उस पर हमला कर दिया. फिर उन्होंने उसे बंधक बनाकर करीब तीस मिनट तक कहर बरपाया. पीड़ित का कहना है कि उसे डराया गया, धमकाया गया और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया.
पीड़ित ने रतनगढ़ थाने में इस पूरे मामले की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है. लेकिन उसकी कोशिशों के बाद भी अब तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है. अब तक पांच नामजद आरोपी पकड़ से दूर हैं.
हफ्ते भर बाद भी खाली हाथ
इस वारदात को पूरे एक हफ्ता हो गया है, आरोप है कि पुलिस अब भी मूक दर्शक बनी हुई है. आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है.
ग्रामीणों ने उठाया न्याय का बीड़ा
पुलिस रवैए को गैर वाजिब मानते हुए अब गांव वालों ने ही कांस्टेबल को न्याय दिलाने का जिम्मा उठाया है. सबने मिलकर एसपी से पीड़ित कांस्टेबल के पक्ष में अपील की है. गांव के दर्जनों लोग चूरू के एसपी दफ्तर पहुंचे. उन्होंने आरोपियो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.