चूरू. चैत्र नवरात्रि में सालासर में भरने वाले लक्खी मेले पर कोरोना महामारी का साया मंडराने लगा है. अब मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को 72 घंटे से कम की RTPCR कोरोना नेगिटिव रिपोर्ट दिखाने पर ही मंदिर में प्रवेश मिलेगा. तो मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को अब बिना रजिस्ट्रेशन के भी प्रवेश नहीं मिलेगा.
गुरुवार को सालासर में हुई जिला प्रसाशन और मंदिर प्रबंधन कमेटी की बैठक मे यह निर्णय लिया गया. चूरू जिला कलेक्टर की मौजदूगी में हुई बैठक में जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को बिजली, पानी, स्वास्थ्य, सड़क, सफाई सहित विभिन्न व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और कहा कि मेले के दौरान राज्य सरकार की ओर से जारी कोविड-19 प्रोटोकॉल और गाइडलाइन की पूरी तरह पालना सुनिश्चित की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं और यहां के लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए जरूरी है कि हम सभी जरूरी एहतियात बरतें और जन स्वास्थ्य से किसी प्रकार का समझौता नहीं करें. उन्होंने मंदिर व्यवस्थापकों से केवल ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से ही दर्शन की व्यवस्था तत्काल लागू करने के निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 गाइडलाइन की पूरी तरह पालना और एहतियात ही हम सभी के हित में है, अन्यथा कोविड रोगियों की संख्या बढ़ने और स्थिति बिगड़ने पर सख्ती और पाबंदी अधिक ही बढने की संभावना रहेगी. एडिशनल एसपी सीताराम माहिच ने बताया कि सुरक्षा के पुख्या और व्यापक प्रबंध किए जाएंगे. बाहर से आने वाले श्रद्धालु सड़क पर डीजे नहीं बजा सकेंगे.
उन्होंने स्थानीय पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे बिना मास्क मंदिर में आने वाले लोगों के चालान काटें और कार्रवाई करें. हनुमान सेवा समिति के अध्यक्ष यशोदानंदन पुजारी ने बताया कि आनलाइन दर्शन के लिए गूगल प्ले स्टोर से सालासर टोकन डाउनलोड किया जा सकता है. इसके अलावा डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एसएएलएएसए आरडीएचएएम डॉटकॉम पर विजिट किया जा सकता है.