चूरू. जिले की राजगढ़ तहसील क्षेत्र में एक नाबालिग ने अपने बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाई है. एक साल पहले हुए बाल विवाह में शामिल होने वाले बैंडबाजे वालों, बारातियों के साथ ही सभी सगे-संबंधियों को नाबालिग आरोपी मानती है. और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. जिसके बाद बाल कल्याण समिति ने चूरू पुलिस अधीक्षक को मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
दरअसल, राजगढ़ तहसील क्षेत्र की 13 वर्षीय नाबालिग की शादी एक साल पहले महज इसलिए कर दी गई. क्योंकि पिता को अपने बेटे के लिए बहू चाहिए थी. बेटे की शादी के लिए पिता ने पढ़ने लिखने की उम्र में अपनी बेटी की शादी हरियाणा के रोहतक जिले के सेम्फल गांव में राकेश के साथ कर दी. जबकि दूल्हा नाबालिग से दोगुनी उम्र का था. नाबालिग ने बताया कि राकेश उसके साथ जबरदस्ती सम्बन्ध बनाता था. और शराब के नशे में उसके साथ बेरहमी से मारपीट करता था. वहीं उसका ससुराल पक्ष उसे दहेज के लिए परेशान भी करते था.
अपने साथ हुए जुल्मों के खिलाफ आवाज उठाते हुए नाबालिग ने हरियाणा के हिसार में बाल कल्याण समिति के समक्ष पहुंचकर पूरा मामला बताया. जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा बाल कल्याण समिति ने चूरू में बाल कल्याण समिति को मामले से अवगत करवाया. और नाबालिग को राजस्थान भेजा. जिसके बाद बाल कल्याण समिति ने चूरू पुलिस अधीक्षक को आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं.