चूरू. आपदा प्रबंधन एवं सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग राज्यमंत्री राजेंद्र यादव ने मंगलवार को चूरू में विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की. उन्होंने सर्किट हाउस में लोगों की समस्याएं सुनी और मंडेलिया हाउस में किसानों से संवाद किया. इस मौके पर उन्होंने मोदी सरकार पर किसानों और युवाओं को भ्रमित करने का आरोप लगाया और कहा कि कृषि कानूनों से किसान कमजोर होगा. कृषि मंडियां बर्बाद हो जाएंगी और पूरी कृषि व्यवस्था पूंजीपतियों के हाथ में आ जाएगी.
उन्होंने कहा कि आज देश के करीब साढ़े तीन लाख किसान सड़क पर बैठे हैं, लेकिन केंद्र सरकार क्रूरता पूर्ण रवैया अपना रही है और किसानों से मिल नहीं रही है. उन्होंने कहा कि किसान कानूनों की हकीकत हमें समझनी होगी आखिर क्यों केंद्र सरकार रातों-रात किसान बिल लेकर आई.
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राजेंद्र यादव ने कहा कि पुरानी व्यवस्था के चलते अनेक लोगों को रोजगार मिल रहा है. विभिन्न विकास कार्य भी कृषि उपज मंडी से कराए जा रहे हैं, कृषि मंडी कमजोर होने से यह सब व्यवस्थाएं छिन्न-भिन्न हो जाएंगी, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए कहां से सरकार के पास गेहूं आएगा. जिस तरह से केंद्र सरकार की गलत नीतियों से छोटे व्यापारी खत्म हो रहे हैं, वैसे ही नए कानूनों के बाद किसान भी कमजोर हो जाएगा.
राज्यमंत्री ने आगे कहा कि केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण आज पूरे देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो चुकी है. क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट के बावजूद पेट्रोल-डीजल के भाव आसमान छू रहे हैं. गैस सब्सिडी पिछले छह महीनों से बंद पड़ी है. केंद्र सरकार राज्यों को उनके हिस्से के पैसा नहीं दे रही है.