चूरू. जिला मुख्यालय पर कर्फ्यू के 20वें दिन जब आमजन के लिए बैंकों को खोला गया तो सड़कों पर लगी लंबी-लंबी कतारों ने नोटबंदी के दौरान दिखने वाले नजारों की याद को ताजा कर दिया. 20 दिन बीत जाने के बाद जब बैंक खुले तो लोगों की भीड़ होना भी जाहिर सी बात थी तो सड़कों पर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए बनाए गए. गोलों में बैंक आए लोगों को पुलिसकर्मियों ने कतार से खड़ा किया.
इस दौरान बैंक कर्मचारियों ने भी लेनदेन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा और बैंक में प्रवेश करने से पहले साबुन और सेनेटाइजर से हाथ धुलवा ही ग्राहकों को बैंकों के अंदर प्रवेश दिया.
बैंक के आगे लगी कतारों में अधिकतर लोग पैसे निकलवाने वाले ही थे. क्योंकि चूरु और सरदारशर में जिला प्रशासन ने 1 अप्रैल को आधी रात एक आदेश जारी कर कर्फ़्यू लगा दिया था, जिसके बाद से ही यहां आमजन के लिए बैंकों में लेनदेन का कार्य बंद था.
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हालांकि इस दौरान आमजन को नगदी की दिक्कत ना हो. इसलिए शहर के सभी एटीएम में पर्याप्त मात्रा में कैश बैंकों के द्वारा डाला गया था. लेकिन कई ऐसे भी लोग हैं, जिनके पास एटीएम जैसी सुविधा नहीं थी. ऐसे में लोगों के घरों में राशन खत्म हो गया तो कईयों के पास राशन और जरूरी चीजें लाने के लिए नगदी नहीं बची. ऐसे में जिला प्रशासन ने आमजन को राहत देते हुए बैंकों को आमजन के लिए खोलने के आदेश दिए हैं.