चूरू. कहते हैं कि इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं होता इन्हीं शब्दों को चूरू के एक 35 वर्षीय युवक ने सही सबित करके दिखाया है. एक अजनबी कोरोना पॉजिटिव शख्स के लिए शहर के इस युवक ने प्लाज्मा डोनेट करने का फैसला लिया. गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करते हुए चूरू के इमरान खोकर ने धर्म जाती के सभी बंधनों को तोड़ते हुए एक कोरोना पॉजिटिव युवक की जान बचाने के लिए हैदरबाद के लिए रवानगी ले ली है. इमरान खोकर खुद कोरोना से जंग जीत चुके हैं और अब कोरोना की जंग हारते हुए हैदराबद के अस्पताल में भर्ती युवक को अपना प्लाज्मा देने जा रहे हैं.
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परिजनों ने हैदराबाद में काफी प्रयास किया लेकिन उनकी एबी पॉजिटिव प्लाज्मा ढूंढ़ने की हर कोशिश नाकाम रहीं जिसके बाद यह मैसेज चूरू बीसीएमएचओ के पास आया तो उन्होंने प्रयास किए और चूरू के आरजे हेल्प फाउंडेशन के जिला अध्यक्ष अमजद तुगलक से संपर्क किया. अमजद तुगलक ने इमरान खोकर से संपर्क साध बात की जिसके बाद हैदराबद के उस मरीज के लिए एबी प्लाज्मा की व्यवस्था हुई.
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इमरान की हो रही सराहना-
वहीं सोशल मीडिया के जरिए जैसे-जैसे लोगों को इस किस्से का पता लग रहा है तो वह 35 वर्षीय इमरान के इस साहसिक निर्णय की सराहना कर रहे हैं. हैदराबाद जाने का सफर इमरान का शुरू हो गया है. इमरान ने चूरू से कार के ज़रिए जयपुर के लिए रवानगी ली और जयपुर से फ्लाइट के जरिए हैदराबाद पहुंच कर कोरोना पॉजिटिव युवक को प्लाजमा डोनेट करेगा.