चूरू. प्रदेश में पिछले 2 महीनों से टिड्डियों का आतंक जारी है. टिड्डियों के हमलों से सबसे बड़ा नुकसान किसानों के खेतों में खड़ी फसल का हो रहा है. चूरू में भी टिड्डियों का हमला जारी है. जिले में टिड्डियों का सबसे पहला हमला 17 मई को सरदारशहर में हुआ था. इसके बाद लगातार जिले के विभिन्न ब्लॉक में टिड्डियों ने आतंक मचा रखा है. रविवार को टिड्डियों ने चूरू के घंटेल में हमला बोला था.
कृषि विभाग के मुताबिक अब तक जिले के 74 गांवों में टिड्डियां दस्तक दे चुकी है. जिले में करीब 9169 हेक्टेयर में टिड्डियों ने अटैक किया है. कृषि विभाग और टिड्डी नियंत्रण दल ने करीब 4754 हेक्टेयर में टिड्डियों को कंट्रोल किया है. जिले में अभी तक 1335 किसानों के खेतों में फसल को टिड्डियों ने नुकसान किया है. कृषि विभाग और टिड्डी नियंत्रण दल लगातार टिड्डियों को कंट्रोल करने में जुटा हुआ है.
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अब नियंत्रण जरूरी
जिले में पिछले 2 महीनों से टिड्डियों का दल आ रहा है. जानकारों के मुताबिक अभी जिले में जो टिड्डियां आ रही है, वे पूरी तरह से वयस्क हैं. मानसून का दौर शुरू हो गया है. बारिश शुरू हो चुकी है. वहीं, टिड्डीयां भी बारिश में ही अंडे देती है. ऐसे में अभी कंट्रोल नहीं किया गया तो यह समस्या आने वाले एक से दो साल तक बनी रह सकती हैं.
सांसद राहुल कस्वां भी केंद्रीय कृषि मंत्री को पत्र लिखकर इसी तरह की चिंता जाहिर कर चुके हैं. उन्होंने पत्र में मांग की थी जिले में टिड्डियों को शीघ्र कंट्रोल किया जाए नहीं तो यह समस्या आने वाले एक से दो साल के लिए स्थायी हो सकती है.
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अब तक इतना नुकसान
जिले के 74 गांवों और कस्बों में 9169 हेक्टेयर में टिड्डियां हमला कर चुकी है. कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 4754 हेक्टेयर में टिड्डियों को कंट्रोल किया गया है. जिले में 26 हजार हेक्टेयर में कृषि विभाग ने सर्वे किया है. सबसे ज्यादा बीदासर 1484 और सुजानगढ़ में 1394 हेक्टेयर में टिड्डियों ने हमला किया है. सबसे कम चूरू में 275 हेक्टेयर में टिड्डियों ने अटैक किया है. जिले में ट्रैक्टर, फायर ब्रिगेड और सर्वे वाहनों की मदद से टिड्डी नियंत्रित की जा रही है. 2021 किलोग्राम दवाई का छिड़काव किया गया है.