चूरू. सांसद हनुमान बेनीवाल के भाई नारायण बेनीवाल को आरएलपी-बीजेपी गठबंधन से टिकट मिलने और सांसद नरेंद्र खीचड़ के पुत्र आलोक कुमार को बीजेपी से टिकट तय माने जाने के सवाल पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजनीतिक परिवार के पार्टी कार्यकर्ता को टिकट मिलना वंशवाद को बढ़ावा देना वंशवाद नहीं है.बता दें कि राठौड़ मंडावा विधानसभा सीट उप चुनाव में भाजपा के चुनाव प्रभारी है. राठौड़ ने कहा कि मंडावा सीट के लिए जो रिपोर्ट उन्होंने आलाकमान को सौंपी है, वो तीन दिनों तक क्षेत्र में जाकर कार्यकताओं की राय के जरिए तय की गई है. अब निर्णय आलाकमान को करना है कि वो किसको टिकट देते है.
कांग्रेस के शासन से जनता त्रस्त
राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में 9 महीने पहले बनी गहलोत सरकार से आमजन परेशान और त्रस्त है. कानून व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है. कांग्रेस महज 0.5 प्रतिशत के बहुमत से सत्ता में आई थी. अब प्रदेश की जनता इस सरकार से उकता चुकी है. इसका फायदा भाजपा और उसके गठबंधन दल आरएलपी को उपचुनाव में मिलेगा. खींवसर में जहां भाजपा और आरएलपी का उम्मीदवार तो मंडावा में बीजेपी के प्रत्याशी की जीत तय है.
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धारा 370 हटाए जाने से लाभ मिलेगा
राठौड़ ने कहा कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद में देश का प्रत्येक नागरिक अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा है. विश्व के मंच पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की चमक और धमक बढ़ी है. इसका सीधा असर राजस्थान उपचुनाव में भी देखने को मिलेगा. भाजपा और उसके गठबंधन को जीत हासिल होगी और कांग्रेस को शिकस्त मिलेगी.
दोनों ही सीटें सांसद बनने से हुई खाली
मंडावा और खींवसर की विधानसभा सीटें मौजूदा विधायकों के सांसद बनने से खाली हुई है. खींवसर से जहां भाजपा और आरएलपी के गठबंधन के हनुमान बेनीवाल के नागौर से सांसद बनने और मंडावा में भाजपा के नरेंद्र खीचड़ के झुंझुनू से सांसद बनन से यह सीट खाली हुई है.