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स्पेशल: 'झींगा' चली विदेश की ओर, 60 किसानों ने करीब 350 टन की पैदावार - shrimp production in rajasthan

चूरू जिले की राजगढ़ तहसील के श्योपुरा गांव के किसानों ने बगैर किसी सरकारी सहायता और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद झींगा मछली पालन को मुमकिन कर दिखाया है. इन किसानों ने पिछले सीजन में ही करीब 350 टन झींगा मछ्ली का उत्पादन कर सप्लाई की है.

राजस्थान में झींगा मछली का उत्पादन, Shrimp production in Rajasthan
झींगा मछली का उत्पादन
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Published : Jan 14, 2020, 3:14 PM IST

चूरू. देश के दक्षिण राज्यों में सी-फूड्स झींगा मछली का उत्पादन तो बड़ी संख्या में वहां के किसान कर रहे हैं. लेकिन रेतीले धोरों की धरती चूरू में भी किसानों ने बगैर किसी सरकारी सहायता और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद झींगा मछली पालन को मुमकिन कर दिखाया है.

विदेशों में एक्सपोर्ट हो रही चूरू की झींगा मछली...

हम बात कर रहे हैं चूरू जिले की राजगढ़ तहसील के श्योपुरा गांव की. यहां के करीब 60 किसानों ने पिछले सीजन में ही करीब 350 टन झींगा मछ्ली का उत्पादन कर सप्लाई की है. खास बात यह है कि यहां की झींगा मछली सऊदी अरब, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में निर्यात की जा रही है. बेहतरीन क्वालिटी के कारण इन देशों में झींगा मछली को काफी पसंद भी किया जा रहा है.

पढ़ें- CM गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने Tweet कर दी मकर संक्रांति की बधाई

सरकार करे मदद तो बढ़ सकता है उत्पादन...

झींगा का उत्पादन कर रहे किसानों का कहना है कि सरकार उनकी मदद करे तो उत्पादन बढ़ सकता है. किसानों का कहना है कि ज्यादातर किसानों के पास बिजली कनेक्शन नहीं है. जिनके पास कनेक्शन है उन्हें कॉमर्शियल कनेक्शन दे रखे हैं. ऐसे में ज्यादातर किसान डीजल जनरेटर से ऐरियटर चला रहे है, जो कि उनके लिए महंगा साबित हो रहा है.

हरियाणा में है सब्सिडी...

किसानों का कहना है कि पड़ोसी राज्य हरियाणा में झींगा मछली उत्पादन के लिए किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है. सरकार यहां भी बिजली और सब्सिडी दे तो इलाके के किसानों को काफी फायदा हो सकता है. हालांकि, किसान इस को लेकर जिले के प्रभारी सचिव नीरज के पवन से मुलाकात भी कर चुके हैं.

पढ़ें- CM पंचायती राज संस्थाओं को कमजोर करना चाहते हैं : सतीश पूनिया

वहीं, कांग्रेस के नेता रियाज खान ने कहा कि इस खारे पानी में किसानों ने जो नवाचार किया है, उसे प्रोत्साहित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान इस तरफ नहीं है. लेकिन हरियाणा की तरह ही यहां भी किसानों को सब्सिडी मिलनी चाहिए.

बता दें कि यहां की झींगा मछली अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और सऊदी अरब में सप्लाई हो रही है. अभी 60 किसान तालाब बनाकर मछली पालन कर रहे हैं. एक हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ है. किसानों की मांग है कि यहां के किसानों को भी पड़ोसी राज्य हरियाणा की तरह सब्सिडी मिले, जिससे किसान को लाभ हो. किसानों की मांग है कि उन्हें बिजली, सब्सिडी और ट्रेनिंग जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं, जिससे उत्पादन बढ़ सके.

चूरू. देश के दक्षिण राज्यों में सी-फूड्स झींगा मछली का उत्पादन तो बड़ी संख्या में वहां के किसान कर रहे हैं. लेकिन रेतीले धोरों की धरती चूरू में भी किसानों ने बगैर किसी सरकारी सहायता और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद झींगा मछली पालन को मुमकिन कर दिखाया है.

विदेशों में एक्सपोर्ट हो रही चूरू की झींगा मछली...

हम बात कर रहे हैं चूरू जिले की राजगढ़ तहसील के श्योपुरा गांव की. यहां के करीब 60 किसानों ने पिछले सीजन में ही करीब 350 टन झींगा मछ्ली का उत्पादन कर सप्लाई की है. खास बात यह है कि यहां की झींगा मछली सऊदी अरब, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में निर्यात की जा रही है. बेहतरीन क्वालिटी के कारण इन देशों में झींगा मछली को काफी पसंद भी किया जा रहा है.

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सरकार करे मदद तो बढ़ सकता है उत्पादन...

झींगा का उत्पादन कर रहे किसानों का कहना है कि सरकार उनकी मदद करे तो उत्पादन बढ़ सकता है. किसानों का कहना है कि ज्यादातर किसानों के पास बिजली कनेक्शन नहीं है. जिनके पास कनेक्शन है उन्हें कॉमर्शियल कनेक्शन दे रखे हैं. ऐसे में ज्यादातर किसान डीजल जनरेटर से ऐरियटर चला रहे है, जो कि उनके लिए महंगा साबित हो रहा है.

हरियाणा में है सब्सिडी...

किसानों का कहना है कि पड़ोसी राज्य हरियाणा में झींगा मछली उत्पादन के लिए किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है. सरकार यहां भी बिजली और सब्सिडी दे तो इलाके के किसानों को काफी फायदा हो सकता है. हालांकि, किसान इस को लेकर जिले के प्रभारी सचिव नीरज के पवन से मुलाकात भी कर चुके हैं.

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वहीं, कांग्रेस के नेता रियाज खान ने कहा कि इस खारे पानी में किसानों ने जो नवाचार किया है, उसे प्रोत्साहित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान इस तरफ नहीं है. लेकिन हरियाणा की तरह ही यहां भी किसानों को सब्सिडी मिलनी चाहिए.

बता दें कि यहां की झींगा मछली अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और सऊदी अरब में सप्लाई हो रही है. अभी 60 किसान तालाब बनाकर मछली पालन कर रहे हैं. एक हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ है. किसानों की मांग है कि यहां के किसानों को भी पड़ोसी राज्य हरियाणा की तरह सब्सिडी मिले, जिससे किसान को लाभ हो. किसानों की मांग है कि उन्हें बिजली, सब्सिडी और ट्रेनिंग जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं, जिससे उत्पादन बढ़ सके.

Intro:चूरू। देश के दक्षिण के राज्यों में सी-फूड्स झींगा मछली का उत्पादन तो बड़ी संख्या में वहां के किसान कर रहे है। लेकिन रेतीले धोरों की धरती चूरू के किसानों ने बगैर किसी सरकारी सहायता और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी झींगा मछली पालन को मुमकिन कर दिखाया है।
हम बात कर रहे है चूरू जिले की राजगढ़ तहसील के श्योपुरा गांव के आसपास के 60 किसानों की। इन किसानों ने पिछले सीजन में ही करीब 350 टन झींगा मछ्ली का उत्पादन कर सप्लाई की है। खास बात यह है कि यहां की झींगा मछली सऊदी अरब, अमेरिका व ऑस्ट्रेलियाजैसे देशों में निर्यात की जा रही है। बेहतरीन क्वालिटी के कारण इन देशों में झींगा मछली को काफी पसंद भी किया जा रहा है।


Body:: सरकार करे मदद तो बढ़ सकता है उत्पादन
झींगा का उत्पादन कर रहे किसानों का कहना है कि सरकार उनकी मदद करे तो उत्पादन बढ़ सकता है। किसानों का कहना है कि ज्यादातर किसानों के पास बिजली कनेक्शन नहीं है। जिनके पास कनेक्शन है उन्हें कॉमर्शियल कनेक्शन दे रखे है। ऐसे में ज्यादातर किसानों को डीजल जनरेटर से ऐरियटर चला रहे है जो कि उनके लिए महंगा साबित हो रहा है।
: हरियाणा में है सब्सिडी
किसानों का कहना है कि पड़ौसी राज्य हरियाणा में झींगा मछली उत्पादन के लिए किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है। सरकार यहां भी बिजली और सब्सिडी दे, तो इलाके के किसानों को काफी फायदा हो सकता है। हालांकि कि किसान इस को लेकर जिले के प्रभारी सचिव नीरज के पवन से मुलाकात भी कर चुके है।




Conclusion::बाइट- एक-मनोज कुमार स्वामी, किसान।
यहां का पानी खारा है। ना सिंचाई के काम आता है और ना ही पीने के। लेकिन झींगा उत्पादन के लिए बेस्ट है। सरकार बिजली कनेक्शन दे तो यहां का किसान पनपेगा। अभी डीजल पर लाखों रुपए खर्च हो रहे है।
:बाइट-दो-बलवान पूनिया, किसान।
सरकार ने इसे डार्क जोन में शामिल कर रखा है। इसी कारण बिजली कनेक्शन नहीं दे रहे है। जिनको दिए है उन्हें कॉमर्शियल दिए है जो कि किसान के लिए महंगे साबित हो रहे है।
:बाइट-तीन, किसान।
सरकार झींगा उत्पादन पर सब्सिडी दे और बिजली कनेक्शन दे।
:बाइट-चार-रियाजत खान, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता।
यहां की झींगा मछली अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया व सऊदी अरब में सप्लाई हो रही है। अभी 60 किसान पोंड बनाकर मछली पालन कर रहे है। एक हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ है।पड़ौसी राज्य हरियाणा की तरह सब्सिडी मिले तो किसान को लाभ होगा। हम सरकार से मांग करेंगे कि इन किसानों को बिजली, सब्सिडी व ट्रेनिंग जैसी सुविधाएं मुहैया कराए तांकि उत्पादन बढ़े।
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