चूरू. राज्य के शहरी क्षेत्रों में श्रमिकों, रिक्शेवालों, ठेलेवालों ऑटोवालों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों, कामकाजी महिलाओं, बुजुर्गों एवं असहाय व जरूरतमंदों को ध्यान में रखकर उनके भोजन के लिए दिसंबर 2016 को शुरू की गई अन्नपूर्णा रसोई योजना फिलहाल राज्य में बंद नहीं होगी.
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की ओर से शुरू की गई इस योजना को लेकर प्रदेश में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार बनने के बाद से ही इस योजना को बंद करने के कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन चूरू आए जिले के प्रभारी सचिव और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के आयुक्त नीरज के. पवन स्पष्ट किया है कि यह योजना बंद नहीं होगी.
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हालांकि, जिला सचिव ने कहा कि इस योजना में जो कुछ भी खामियां पाई जाएंगी, उन्हें दुरुस्त किया जाएगा और सही व्यक्ति को इसका लाभ मिल सके, इसके लिए मॉनिटरिंग की जा रही है.
अन्नपूर्णा रसोई को लेकर यह है शिकायतें
जिला सचिव का कहना रहा कि अन्नपूर्णा रसोई योजना को लेकर कई प्रकार की शिकायतें आ रही है. अब इस योजना में देखा जा रहा है कि अन्नपूर्णा वैन का पूरा नाश्ता या भोजन लोगों को दिया जा रहा है या नहीं. कहीं ऐसा तो नहीं हो रहा है कि अन्नपूर्णा रसोई के भोजन को कहीं दूसरी जगह बांटकर गलत तरीके से पेमेंट उठाया जा रहा है.
अन्नपूर्णा रसोई में फिलहाल यह मिलता है
अन्नपूर्णा रसोई योजना में पांच रुपए में नाश्ता मिलता है तो आठ रुपए में भोजन की थाली मिलती है. भोजन की थाली में 450 ग्राम भोजन मिलता है.