चूरू. 20 साल से देश के लिए पदक जीत रहे भारत के पैरा ओलिंपिक स्टार देवेंद्र झाझड़िया इन दिनों अपने चौथे ओलिंपिक मेडल के लिए फिनलैंड में पसीना बहा रहे (Devender Jhajhadiya olympic player) हैं. देवेंद्र आने वाले 10 जून को 41 वर्ष के पूरे हो जाएंगे. हालांकि पेरिस ओलिंपिक 2024 में है, लेकिन देवेंद्र उम्र को चुनौती देने को एकदम तैयार हैं और उनकी ट्रेनिंग बेहद अच्छी चल रही है.
फिनलैंड से देवेंद्र ने बताया कि वह कुर्तने ओलिंपिक ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण ले रहे (Devender Jhajhadiya is getting trained for Paris olympic) हैं, यह दुनिया का बेहतरीन सेंटर है, जहां विश्व के बेस्ट एथलीट ट्रेनिंग लेते है. देवेंद्र भी रियो पैरांलिंपिक से पहले यहां तीन महीने ट्रेनिंग ले चुके हैं. उल्लेखनीय है कि रियो पैरालिंपिक में देवेंद्र ने गोल्ड मेडल जीता था. बातचीत के दौरान देवेंद्र ने बताया कि वे भारत सरकार की "टॉप्स" (टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम) के तहत यह प्रशिक्षण ले रहे हैं, जिसका सारा खर्च भारत सरकार वहन कर रही हैं. उनके साथ उनके टोक्यो पैरा ओलिंपिक के फिटनेस ट्रेनर लक्ष्य बत्रा भी हैं. उन्होंने बताया कि उनका पहला टारगेट चाइना में होने वाले पैरा एशियन गेम हैं, जो अभी पोस्टपोन्ड हुए हैं. इसके बाद उनका अगल लक्ष्य पैरिस पैरा ओलिंपिक 2024 है. इस समय फिनलैंड का तापमान 5 से 10 डिग्री सैल्सियस चल रहा है. उनका उद्देश्य है कि वह बेहतर प्रशिक्षण कर कुछ सीखकर भारत आएं.
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भारत में खेल की दुनिया में काफी बदलाव. देवेंद्र ने कहा कि भारत में खेल की दुनिया में काफी बदलाव आया है. अभी टोक्यो ओलिंपिक खत्म हुए हैं और हमने अगले खेलों के लिए तैयारी शुरू कर दी है, जबकि पहले ये होता था कि दो-तीन महीने पहले चर्चा शुरू होती थी और दो महीने में चर्चा खत्म हो जाती थी. बस पांच ही महीने का ओलिंपिक सत्र होता था. अब हम एक ओलिंपिक खत्म होने के साथ ही अगले की तैयारी में जुट जाते हैं. उन्होने कहा कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि इतनी जल्दी सब चीजों की तैयारियां शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि आज तक पैरा ओलिंपिक से खाली हाथ नहीं आए हैं, और अगर चाहने वालों की दुआएं रहीं तो निस्संदेह फिर एक गोल्ड मेडल के साथ पेरिस से लौटूंगा.
40 के बाद भी खिलाड़ी खेल सकते हैं. बातचीत के दौरान अपनी बढ़ती उम्र को लेकर उन्होंने कहा कि लोगों में यह धारणा रहती है कि 40 के बाद कोई खिलाड़ी खेल नहीं सकता, लेकिन मैं इस धारणा को भी खत्म करना चाहता हूं. आप 40 के बाद भी खेल सकते हैं, हालांकि आपको कुछ बातों का ज्यादा खयाल रखना होता है. उन्होंने बताया कि चालीस के बाद यदि खेलते समय इंजरी हो गई तो उसे ठीक होने में बीस साल की उम्र के व्यक्ति की तुलना में कई गुना ज्यादा समय लगता है. ओवर ट्रेनिंग अक्सर इंजरी का कारण बनती है, लेकिन देवेंद्र उससे बच रहे हैं. उन्होने बताया कि उनके ट्रेनर लक्ष्य बत्रा बहुत अच्छी ट्रेनिंग करवा रहे हैं. और उन्हे पूरा विश्वास है कि एक बार फिर वह देश के लिए पदक जीतेंगे. उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत सरकार ने उन्हे पद्मभूषण से सम्मानित किया है उनका दायित्व बोध भी है कि यदि देश उन्हे इतना दे रहा है तो वह देश के प्रति और बेहतर करे.