चूरू. सूरत के कोचिंग संस्थान में हुई भीषण आगजनी में बच्चों की मौत के बावजूद चूरू शहर के कोचिंग संचालक इससे सबक लेने की बजाए बच्चों की सुरक्षा के प्रति अब भी लापरवाही बरत रहे हैं. नगर परिषद व सिविल डिफेंस की टीम की ओर से की गई जांच में यह गंभीर खुलासा हुआ है. नगर परिषद व सिविल डिफेंस टीम ने स्थानीय निकाय विभाग के आदेशानुसार लगातार शहर में गुरुवार को भी शहर के बड़े काम्प्लेक्स व इनमें संचालित होने वाले कोचिंग संस्थानों और होटलों की जांच कर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
परिषद के एईएन दिनेश कुमार ने बताया की गुरुवार को शहर में नई सड़क और आसपास के एरिया में बने कॉम्प्लेक्स में संचालित कोचिंग संस्थाओं की जांच की गई. इनमें से 99 फ़ीसदी संस्थाओं में आग लगने पर बचाव के लिए सुरक्षा उपकरण ही नहीं मिले. ऊपरी मंजिलों पर संचालित इन कोचिंग संस्थाओं से निकलने का कोई दूसरा रास्ता भी नहीं मिला. इसके अलावा कॉम्पलेक्सों में अग्निशमन उपकरण भी नहीं मिले. राजकीय लोहिया महाविद्यालय के पास स्थित एक होटल में लगे करीब 25 अग्निशमन सिलेंडर डेट एक्सपायर मिले.
पुरानी सड़क स्थित एक अन्य होटल की रसोई में घरेलू गैस सिलेंडर लगा मिला. वहीं अग्निशमन के सिलेंडर काम नहीं कर रहे थे. एईएन दिनेश कुमार ने बताया की सभी कोचिंग संस्थान, कॉम्पलेक्स और होटल मालिकों को नोटिस जारी कर तय अवधि में व्यवस्थाओं में सुधार करने के लिए कहा गया है. दोबारा निरीक्षण में खामियां पाए जाने पर अंतिम नोटिस जारी कर जिला कलेक्टर को अवगत करवाया जाएगा और विभागीय कार्रवाई की जाएगी और सम्बंधित विभाग से सम्पर्क कर कोचिंग संस्थान की मान्यता भी रद्द करने की कारवाई की जाएगी.