ETV Bharat / state

बीमा क्लेम सहित 15 सूत्रीय मांगों को लेकर किसानों का धरना जारी, तहसील कार्यालय का किया घेराव

अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले तहसील कार्यालय के आगे किसानों के धरने ने 33 वे दिन विशाल रूप ले लिया. पूरे क्षेत्र के किसान धरना स्थल पर इक्कट्ठे हुए और तहसील कार्यालय का घेराव किया.

14 नवम्बर से तहसील कार्यालय के आगे धरना जारी, Farmers continue to hold 15-point demands
बीमा क्लेम सहित 15 सूत्री मांगों को लेकर किसानों का धरना जारी
author img

By

Published : Dec 17, 2019, 12:03 PM IST

तारानगर (चूरू). तहसील कार्यालय के सामने 14 नवम्बर से बीमा क्लेम सहित 15 सूत्री मांगों को लेकर किसान धरने पर बैठे हैं. लेकिन सरकार द्वारा किसानों की उचित मांगों के समाधान के लिए कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है. साथ ही स्थानीय विधायक ने किसानों के द्वारा अपनी वाजिब मांगों को लेकर लगाए जा रहे धरने को किसानों के समय और पैसे की बरबादी बताए जाने पर भी किसानों में आक्रोश नजर आया.

बीमा क्लेम सहित 15 सूत्री मांगों को लेकर किसानों का धरना जारी

मंच के माध्यम से किसान नेताओं ने सरकार से 20 हेक्टेयर रकबा जोड़ने पर सवाल किया और पूछा कांग्रेस सरकार ने नया रकबा कहां जोड़ा है. सरकार जनता को गुमराह ना करे. तहसील का घेराव करने से पहले किसानों ने अपनी मांगों के समर्थन में बाजार में रैली निकाली और करीब 3 बजे किसानों ने तहसील कार्यालय के दरवाजे पर धावा बोल दिया और जबर्दस्ती कार्यालय में घुसने का प्रयास किया गया. लेकिन शान्ति व्यवस्था के लिए उपस्थित पुलिस जाब्ते ने किसानों को अन्दर घुसने से रोका.

पढ़ेंः नागरिकता संशोधन कानून को लेकर गहलोत का बड़ा बयान, कहा- राजस्थान में नहीं होगा लागू

सोमवार को 4 बजे प्रशासन की तरफ से एसडीएम अर्पिता सोनी ने किसानों के प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए बुलाया और एसडीएम सोनी ने उच्च अधिकारियों और बीमा अधिकारी से फोन पर बात की पर किसान नेता संतुष्ट नजर नहीं आए और वार्ता विफल रही.

ऐसे में किसानों ने तहसील कार्यालय के आगे डेरा डाल दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. शाम 5 बजे बाद प्रशासन द्वारा 23 तारीख को चूरू में वार्ता के आश्वासन के बाद किसानो ने पड़ाव हटाया, लेकिन मांगे नहीं माने जाने तक धरना जारी रहेगा. रामस्वरूप सहारण, काशीराम पूनियां, ताराचंद कस्वां, उमराव सहारण, गिरधारीलाल सोलंकी, चिमनाराम फ़ाण्डर डॉक्टर राहुल कस्वां, भोजराज महला, रामजीलाल कुलड़िया आदि ने किसानों को सम्बोधित किया.

पढ़ेंः गहलोत 'राज' 1 साल : गहलोत सरकार दलित महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न रोकने में फैल, एक रिपोर्ट में दावा

प्रजापत ने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर किसान ने 14 नवम्बर से धरने पर बैठे हैं. आज किसानों ने तहसील कार्यालय का घेराव किया है. प्रशासन ने वार्ता के लिए बुलाया पर वार्ता विफल रही. जब तक हमारी मांगो को नहीं माना जाएगा, तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा.

तारानगर (चूरू). तहसील कार्यालय के सामने 14 नवम्बर से बीमा क्लेम सहित 15 सूत्री मांगों को लेकर किसान धरने पर बैठे हैं. लेकिन सरकार द्वारा किसानों की उचित मांगों के समाधान के लिए कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है. साथ ही स्थानीय विधायक ने किसानों के द्वारा अपनी वाजिब मांगों को लेकर लगाए जा रहे धरने को किसानों के समय और पैसे की बरबादी बताए जाने पर भी किसानों में आक्रोश नजर आया.

बीमा क्लेम सहित 15 सूत्री मांगों को लेकर किसानों का धरना जारी

मंच के माध्यम से किसान नेताओं ने सरकार से 20 हेक्टेयर रकबा जोड़ने पर सवाल किया और पूछा कांग्रेस सरकार ने नया रकबा कहां जोड़ा है. सरकार जनता को गुमराह ना करे. तहसील का घेराव करने से पहले किसानों ने अपनी मांगों के समर्थन में बाजार में रैली निकाली और करीब 3 बजे किसानों ने तहसील कार्यालय के दरवाजे पर धावा बोल दिया और जबर्दस्ती कार्यालय में घुसने का प्रयास किया गया. लेकिन शान्ति व्यवस्था के लिए उपस्थित पुलिस जाब्ते ने किसानों को अन्दर घुसने से रोका.

पढ़ेंः नागरिकता संशोधन कानून को लेकर गहलोत का बड़ा बयान, कहा- राजस्थान में नहीं होगा लागू

सोमवार को 4 बजे प्रशासन की तरफ से एसडीएम अर्पिता सोनी ने किसानों के प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए बुलाया और एसडीएम सोनी ने उच्च अधिकारियों और बीमा अधिकारी से फोन पर बात की पर किसान नेता संतुष्ट नजर नहीं आए और वार्ता विफल रही.

ऐसे में किसानों ने तहसील कार्यालय के आगे डेरा डाल दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. शाम 5 बजे बाद प्रशासन द्वारा 23 तारीख को चूरू में वार्ता के आश्वासन के बाद किसानो ने पड़ाव हटाया, लेकिन मांगे नहीं माने जाने तक धरना जारी रहेगा. रामस्वरूप सहारण, काशीराम पूनियां, ताराचंद कस्वां, उमराव सहारण, गिरधारीलाल सोलंकी, चिमनाराम फ़ाण्डर डॉक्टर राहुल कस्वां, भोजराज महला, रामजीलाल कुलड़िया आदि ने किसानों को सम्बोधित किया.

पढ़ेंः गहलोत 'राज' 1 साल : गहलोत सरकार दलित महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न रोकने में फैल, एक रिपोर्ट में दावा

प्रजापत ने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर किसान ने 14 नवम्बर से धरने पर बैठे हैं. आज किसानों ने तहसील कार्यालय का घेराव किया है. प्रशासन ने वार्ता के लिए बुलाया पर वार्ता विफल रही. जब तक हमारी मांगो को नहीं माना जाएगा, तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा.

Intro:तारानगर चूरू

अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले तहसील कार्यालय के आगे किसानों के धरने ने 33 वे दिन विशाल रूप ले लिया पूरे क्षेत्र के किसान धरना स्थल पर इक्कट्ठे हुए और तहसील कार्यालय का घेराव किया

Body:तहसील कार्यालय के सामने 14 नवम्बर से बीमा क्लेम सहित 15 सूत्री मांगों को लेकर किसान धरने पर बैठे है लेकिन सरकार द्वारा किसानों की उचित मांगो के समाधान के लिये प्रभावी कार्यवाही नही की गयी ओर स्थानीय विधायक द्वारा किसानों के द्वारा अपनी वाजिब मांगो को लेकर लगाये जा रहे धरने को किसानों के समय और पैसे की बरबादी बताये जाने पर भी किसानों में आक्रोश नजर आया
मंच के माध्यम से किसान नेताओं ने सरकार से 20 हेक्टेयर रकबा जोड़ने पर सवाल किया और पूछा कांग्रेस सरकार ने नया रकबा कहां जोड़ा है ,सरकार जनता को गुमराह ना करे
तहसील का घेराव करने से पहले किसानों ने अपनी मांगों के समर्थन में बाजार में रैली निकाली करीब 3 बजे किसानों ने तहसील कार्यालय के दरवाजे पर धावा बोल दिया और जबर्दस्ती कार्यालय में घुसने का प्रयास किया लेकिन शान्ति व्यवस्था के लिये उपस्थित पुलिस जाब्ते ने किसानों को अन्दर घुसने से रोका
4 बजे प्रशासन की तरफ से एसडीएम अर्पिता सोनी ने किसानों के प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिये बुलाया एसडीएम सोनी ने उच्च अधिकारियों व बीमा अधिकारी से फोन पर बात की पर किसान नेता संतुष्ट नजर नही आये और वार्ता विफल रही
किसानों ने तहसील कार्यालय के आगे डेरा डाल दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की शाम 5 बजे बाद प्रशासन द्वारा 23 तारीख को चूरू में वार्ता के आश्वासन के बाद किसानो ने पड़ाव हटाया लेकिन मांगे नही माने जाने तक धरना जारी रहेगा
रामस्वरूप सहारण, काशीराम पूनियां, Kताराचंद कस्वां, उमराव सहारण, गिरधारीलाल सोलंकी, चिमनाराम फ़ाण्डर डॉक्टर राहुल कस्वां, भोजराज महला, रामजीलाल कुलड़िया आदि ने किसानों को सम्बोधित किया।

Conclusion:बाईट किसान नेता निर्मल प्रजापत

प्रजापत ने कहा विभिन्न मांगों को लेकर किसान ने 14 नवम्बर से धरने पर बैठे हैं आज किसानों ने तहसील कार्यालय का घेराव किया है प्रशासन ने वार्ता के लिये बुलाया पर वार्ता विफल रही जब तक हमारी मांगो कोनही माना जायेगा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.