चूरू/बीकानेर. जिले की भानीपुरा थाना पुलिस और बाल कल्याण समिति ने एक शिकायत पर एक लड़की को दस्तयाब किया. लड़की का आरोप है कि एक महिला ने उसे काम दिलाने का झांसा दिया और राजस्थान में एक अधेड़ के हाथों 1.13 लाख में बेच दिया. लड़की का कहना है कि वह नाबालिग है और जिस व्यक्ति ने उसे खरीदा उसने उसके साथ कई बार बलात्कार किया.
बाल कल्याण समिति का कहना है कि लड़की का सोमवार को मेडिकल कराया जाएगा, इसके बाद मामला दर्ज किया जाएगा. पंजाब की इस लड़की ने रो-रोकर अपनी आपबीति सुनाई. ऐसे में एक बार फिर राजस्थान में महिला अपराध और मानव तस्करी को लेकर सवाल उठ रहे हैं. लड़की का यह भी आरोप है कि वह अधेड़ व्यक्ति के चंगुल से निकल कर बीकानेर के डूंगरगढ़ पुलिस थाने पहुंची थी. लेकिन पुलिस ने उसकी मदद करने के स्थान पर आरोपी को थाने बुलाया और एक पत्र जो कि हिंदी में लिखा हुआ था, उस पर लड़की से हस्ताक्षर करा लिये. इसके बाद पुलिस ने उसे आरोपी को ही सौंप दिया. लड़की का कहना है कि वह हिंदी बोल समझ सकती है लेकिन पढ़ना लिखना सिर्फ पंजाबी में आता है.
उधर, बाल कल्याण समिति चूरू के सदस्य मनोज सैनी का कहना है कि भानीपुरा थाना और चाइल्ड लाइन के समन्वय से बच्ची को दस्तयाब किया गया है. अब उसे समिति के समक्ष पेश किया जाएगा. लड़की के लिखित बयान पंजाबी में हैं, उसके बयान का रूपांतरण कराया जाएगा और मेडिकल के बाद इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.
यह मामला उछला तो बीकानेर की डूंगरगढ़ पुलिस की सफाई भी सामने आई. साथ ही पुलिस पूछताछ का एक वीडियो भी सामने आया है. डूंगरगढ़ पुलिस का कहना है कि लड़की अपनी सहमति से अपने पति के साथ गई थी. उसने अपनी उम्र 23 वर्ष बताई और कहा कि उसने अपनी मर्जी से उस व्यक्ति से शादी की है. वीडियो में भी लड़की यही सब कहती नजर आ रही है. यहां डूंगरगढ़ पुलिस ने जिस प्रार्थना पत्र का जिक्र किया है वह हिंदी में है. चूरू में बाल कल्याण समिति के कार्यालय में लड़की ने कहा कि वह हिंदी लिखना या पढ़ना जानती ही नहीं है.
लड़की के आरोपों के मुताबिक ये है मामला
पंजाब की इस लड़की का कहना है कि वह नाबालिग है. उसने अपनी उम्र 17 साल बताई है. लड़की ने बताया कि एक जानकार आंटी उसे मूंगफली बिनाई में रोजाना 300 रुपये का रोजगार दिलाने के नाम पर पंजाब से राजस्थान ले आई. राजस्थान में चूरू (human trafficking in churu) के सरदारशहर तहसील के उपखंड के एक गांव में आंटी ने 45 साल के एक व्यक्ति से 1 लाख 13 हजार रुपये लिये और उसके सुपुर्द (Punjab minor girl deal in Churu) कर दिया. लड़की का कहना है कि आंटी पैसे लेकर उसकी बहन को अपने साथ पंजाब ले गई.
खरीदार ने कई बार किया दुष्कर्म
लड़की का आरोप है कि खरीदार अधेड़ व्यक्ति ने उसके साथ जबरन संबंध बनाए. उसने कहा कि वह अधेड़ के चंगुल से भाग निकली. लोगों ने उसे बीकानेर का डूंगरगढ़ पुलिस थाना पास ही होने की बात कही तो वह डूंगरगढ़ पुलिस थाने पहुंच गई. लड़की का आरोप है कि मेरी मदद करने के स्थान पर डूंगरगढ़ पुलिस ने आरोपी को थाने बुला लिया. लड़की ने कहा कि आरोपी ने मेरे सामने पुलिस को 20 हजार रुपये दिये और पुलिस ने मुझे बालिग साबित कर वापस आरोपी को ही सौंप दिया. लड़की ने कहा कि पुलिस ने मेरी बड़ी बहन का आधार कार्ड मेरा बताकर मेरी उम्र 23 साल लिख दी. फिर डरा धमका कर एक पत्र पर हस्ताक्षर करा लिये. लड़की का कहना है कि थाने में ही आरोपी अधेड़ व्यक्ति ने उसे जान से मारने की धमकी दी.
ढाबे पर पंजाब के ट्रक चालक दिखे तो हिम्मत बंधी
लड़की का कहना है कि आरोपी जब उसे लेकर आ रहा था तो वह चाय पीने एक ढाबे पर रुका. वहां लड़की ने कुछ पंजाबी ट्रक चालकों को देखा तो उसकी हिम्मत बंधी. लड़की का कहना है कि एक ड्राइवर के फोन से मैंने अपनी बड़ी बहन को सारे घटनाक्रम के बारे में बताया. इसके बाद बहन ने चाइल्ड हैल्प लाइन को सूचना दी. इसी सूचना के आधार पर चूरू जिले की भानीपुरा पुलिस और चाइल्ड लाइन की मानव तस्करी यूनिट ने लड़की को दस्तयाब किया.
डूंगरगढ़ पुलिस ने इस मामले में दी सफाई
चूरू में पंजाब की लड़की को बेचने के मामले (Case of selling a minor girl of Punjab in Churu) में डूंगरगढ़ पुलिस पर संगीन आरोप लगाए गए थे. ऐसे में डूंगरगढ़ पुलिस की ओर से सफाई भी सामने आई. एक वीडियो भी आया जिसमें डूंगरगढ़ थाने में एक महिला कांस्टेबल लड़की से पूछताछ कर रही है, लड़की अपनी उम्र 23 साल बता रही है और मर्जी से अधेड़ व्यक्ति के साथ जाने की बात कह रही है.
बीकानेर की श्रीडूंगरगढ़ थाना पुलिस का कहना है कि लड़की ने खुद पुलिस के सामने व्यक्ति के साथ जाने के लिए अपनी सहमति जताते हुए अपनी बात कही थी. उसके साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने के कागजात भी पेश किए थे. श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी वेदपाल ने कहा कि पुलिस ने लड़की से पूछताछ की. इस दौरान उसने खुद ही अपनी इच्छा से व्यक्ति के साथ जाने की बात कही और नोटरी हुआ स्टांप पेश किया. इसके अलावा पुलिस को किसी भी तरह की कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करने को लेकर भी प्रार्थना पत्र दिया था.
चाइल्ड लाइन को लड़की की बहन ने दी थी जानकारी
जानकारी के मुताबिक चाइल्ड हैल्प लाइन की जिला समन्वयक रूकैया पठान को किसी ने फोन पर नाबालिग के साथ हुए घटनाक्रम की जानकारी दी थी. इस पर पठान ने एएसपी योगेन्द्र फौजदार को मामले से अवगत कराया. इस पर एएसपी फौजदार ने विशेष टीम का गठन कर लड़की को दस्तयाब करने के आदेश दिए. लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपी अधेड़ लड़की को लेकर भाग गया. बाद में पीड़िता व अधेड़ के भानीपुरा थाना इलाके में एक होटल में होने की जानकारी मिली, जहां से लड़की को दस्तयाब कर लिया गया.