चूरू. जिले में कोविड-19 महामारी के चलते आमजन के स्वास्थ्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एक बैठक का आयोजन किया गया. कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सर्वसम्मति से जिले के समस्त धार्मिक स्थलों को 31 जुलाई तक बंद रखने का फैसला लिया गया. साथ ही कलेक्टर संदेश नायक की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में समस्त धार्मिक स्थलों के पदाधिकारियों ने कलेक्टर को आश्वस्त किया कि, वो आमजन की सुरक्षा के दृष्टिगत सदैव प्रशासन के साथ है.
बैठक में मौजूद धार्मिक स्थलों के पदाधिकारियों ने कहा कि, भगवान की पूजा तो बाद में भी कर लेंगे, पहले इंसान को तो बचा ले. बैठक में आए जिले के सभी बड़े धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधियों ने एक सुर में कहा कि, अनलॉक के समय कोई भी कही भी आ जा सकता है. ऐसे में इन बड़े मंदिरों में राज्य ही नहीं बल्कि और आस पड़ोस सहित देश भर से श्रद्धालु आते हैं. ऐसे में अगर धार्मिक स्थल खुलते हैं, तो सोशल डिस्टेंसिग और कोविड-19 को लेकर जारी एडवाइजरी का पालन करना हमारे लिए और प्रसाशन के लिए मुश्किल हो जाएगा.
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामरतन सोकरिया, एएसपी योगेंद्र फौजदार, हनुमान सेवा समिति के अध्यक्ष यशोदानंदन पुजारी, पूर्व जिला प्रमुख भंवरलाल पुजारी, मांगीलाल पुजारी धर्मवीर पुजारी, गुरु गोरखनाथ मंदिर ददरेवा के अध्यक्ष रमेश कुमार राजपुरोहित, इच्छापूर्ण बालाजी मंदिर के प्रतिनिधि हंसराज पुजारी, ददरेवा के अध्यक्ष रमेश कुमार राजपुरोहित, साहवा गुरुद्वारे के सचिव गुरभेज सिंह और दरगाह और मस्जिद कानूनी सलाहकार एडवोकेट हकीम अहमद खान सहित धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.