सुजानगढ़. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे के मृतकों का गमगीन माहौल में उनके गांव टाडां व मलसीसर में अंतिम संस्कार किया गया. हादसे में मृतक नेमीचंद, बाबूलाल व कैलाश का उनके गांव टाडां तथा रमेश का मलसीसर में अंतिम संस्कार किया गया. नेमीचंद, बाबूलाल व कैलाश के अंतिम संस्कार में टाडां, बडाबर, भानीसरिया सहित आस-पास के गांवों के सैंकड़ों लोग शामिल हुए.
मंगलवार को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर हादसा होने के बाद बुधवार सुबह शव पंहुचने पर मृतकों के घरों में कोहराम मच गया. मंगलवार सुबह जैसे ही हादसे की खबर गांव पहुंची. उसके बाद से गांव में किसी के भी घर में चूल्हा नहीं जला. पूरे गांव में मातम पसर गया. बुधवार सुबह शव एवं घायलों को लेकर पहुंची गाड़ियों को देख परिजन खुद को रोक नहीं पाए और उनका रो-रो कर बुरा हाल हो गया.
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पंचायत समिति सदस्य दीवानसिंह भानीसरिया व सरपंच प्रतिनिधि अजीतसिंह ने सरकार से मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की है. उपखण्ड अधिकारी मूलचंद लूणिया ने तहसीलदार प्रवीण कुमार के साथ राजकीय बगडिया उप जिला अस्पताल पहुंच कर हादसे के घायलों की कुशलक्षेम जानी तथा उनके उपचार के बारे में जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए.
दरअसल, गांव टाडां निवासी बाबूलाल पुत्र मोहनलाल उम्र 40 वर्ष, कैलाश पुत्र भागूराम उम्र 38 वर्ष, नेमीचंद पुत्र जैसाराम उम्र 43 वर्ष तथा मलसीसर निवासी रमेश उम्र 38 वर्ष गोरखपुर शादी समारोह में शामिल हो कर वापस लौट रहे थे. रास्ते में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर नसीरपुर थाना क्षेत्र में गाड़ी को साइड में खड़ी कर पेशाब करने के लिए रूके थे. तभी पीछे से आ रही ईको स्पोर्टस कार ने टक्कर मार दी. जिससे नेमीचंद, बाबूलाल, कैलाश व रमेश तथा ईको स्पोटर्स कार में सवार मिथलेश गुप्ता पत्नी प्रहलाद गुप्ता निवासी नई दिल्ली की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी.