चित्तौड़गढ़. रेत के अवैध कारोबार को लेकर 18 जुलाई को रॉयल्टी ठेकेदार के लोगों की फायरिंग में 4 जने जख्मी हो गए. घायलों में से एक युवक की उपचार के दौरान मौत से गुर्जर समाज भड़क उठा और मृतक और घायलों के परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग के समर्थन में मौन जुलूस निकाला और कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठ गए.
प्रदेश अध्यक्ष रामप्रसाद धाबाई के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शाम करीब 6 बजे जिला कलेक्टर पीयूष समारिया और पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत से मुलाकात कर उन्हें अपनी भावनाओं से अवगत कराया था. मृतक पुष्कर गुर्जर के परिजनों को 2 करोड़ का मुआवजा, परिवार में 1 सदस्य को सरकारी नौकरी के साथ घायलों को 50 लाख रुपए के मुआवजे की मांग करते हुए मुख्यमंत्री के नाम मांग पत्र सौंपा. जिला कलेक्टर ने उनका मांग पत्र सरकार को भेजने और हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
पढ़ें: रेत के अवैध कारोबार खूनी संघर्ष में बदला, फायरिंग में 4 जख्मी, पुलिस के खिलाफ गुर्जर समाज भड़का
प्रतिनिधिमंडल मौके पर ही कार्रवाई चाहता था. ऐसे में वार्ता विफल हो गई और समाज के लोगों द्वारा महापड़ाव का एलान करते हुए गुरुवार को अन्य स्थानों से भी लोगों के आने की चेतावनी दी. इसके साथ ही समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट चौराहा पर पड़ाव डाल दिया. गुर्जर समाज के प्रदेश अध्यक्ष रामप्रसाद धाबाई ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी, तब तक आंदोलन चलता रहेगा और महापड़ाव में अन्य स्थानों से भी लोग पहुंचेंगे जिसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार होगी. इस मौके पर समाज के जिला संरक्षक पहलवान कैलाश सामरी, पार्षद मुन्ना गुर्जर रामचंद्र गुर्जर ओछड़ी सरपंच मुकेश गुर्जर, गुर्जर समाज के जिलाध्यक्ष कमल गुर्जर आदि भी मौजूद थे.