चित्तौड़गढ़. जिले में अब रेलवे स्टेशन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों के डिब्बे में यात्रियों को पानी नहीं होने की शिकायत नहीं रहेगी. दरअसल, अब चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन के पांचों प्लेटफॉर्म पर क्विक वाटरिंग सप्लाई सिस्टम लगाया जा रहा है. इस सिस्टम के लागू होने के बाद ना तो ट्रेनों में पानी की कमी होगी और ना ही पानी भरने के चक्कर में ट्रेनें देरी से जाएंगी.
बताया जा रहा है कि ट्रेनों में पानी भरने को लेकर पुरानी प्रणाली वर्षों से काम में ली जाती रही है. पहली बार भारतीय रेल बोगियों में पानी भरने की प्रणाली को आधुनिक रूप दिया जा रहा है. इससे ट्रेनों में असमय पानी खत्म होने की समस्या समाप्त हो जाएगी. नए सिस्टम की खासियत ये है कि केवल 2 मिनिट में ही एक डिब्बे में पानी भर देता है. इससे पहले एक बोगी में पानी भरने के लिए 5 से 7 मिनिट का समय लगता था. एक ट्रेन में करीब 24 कोच होते हैं. ऐसे में कई बार ट्रेन के समय में हो रही देरी के चलते 3-4 बोगियों को बिना पानी भरे ही भेजा जाता था.
चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्म पर ये नया सिस्टम लगाया जा रहा है. इसके बाद ट्रेनों में पानी को लेकर शिकायतें कम हो जाएंगी. स्टेशन अधिकारियों की मानें तो ये एक लंबा प्रोजेक्ट है. इसमें समय लग सकता है, लेकिन कार्य जल्दी पूर्ण करने का प्रयास किया जाएगा.
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स्टेशन अधीक्षक सुभाषचंद्र पुरोहित ने बताया कि क्विक वाटरिंग सिस्टम से सिर्फ 10 मिनट में 24 कोच वाली ट्रेन के सभी डिब्बों की टंकी में पानी से भरा जा सकता है. क्विक वाटरिंग सिस्टम में पंप काफी शक्तिशाली होते हैं. इसके जरिए पानी एक जगह एकत्रित होगा और फिर प्रेशर से पाइप लाइन के माध्यम से ट्रेनों में भरा जाएगा. चित्तौड़गढ़ स्टेशन रेलवे से करीब 18 जोड़ी ट्रेनों का आवागमन होता है. इससे अब ना तो ट्रेनों में पानी की कमी होगी और ना ही ट्रेनों को देरी से भेजा जाएगा.