चित्तौड़गढ़. प्रशासन ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर टीकाकरण को सुचारू करने का प्रयास कर रहा है. वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को यह व्यवस्था रास नहीं आ रही है. इसके पीछे कारण यह है कि 100 में केवल 20 टीके ही स्थानीय को लग पाते हैं, शेष बाहरी लोग आ जाते हैं.
वहीं 18 से 43 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों के बीच ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का विवाद टीकाकरण की गति को प्रभावित करने लगा है. ऐसा ही मामला चित्तौड़गढ़ में सामने आया है. जहां स्थानीय और बाहरी के विवाद के चलते एक घंटे तक टीकाकरण रोकना पड़ा और बाद में पुलिस का हस्तक्षेप के बाद टीकाकरण शुरू हो पाया. जानकारी में सामने आया कि प्रदेश में ऑनलाइन टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू की गई है. जिससे घर बैठे लोगों को रजिस्ट्रेशन के बाद टीका लगाया जा सके. लेकिन अब यह सरकारी सिस्टम विवाद का कारण बनने लगा है.
इसी की बानगी चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय के देवरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिली. जब ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने ऑनलाइन स्लॉट बुक कराकर टीका लगवाने आए लोगों का टीकाकरण रोक दिया. ग्रामीणों का कहना है कि बाहरी क्षेत्र के लोगों का उनके गांव में टीका लगाया जा रहा है. लेकिन स्थानीय युवाओं को टीका नहीं लग रहा है. हालात यह है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक भी गांव के 18 प्लस के व्यक्ति के टीका नहीं लगा है. इधर, इस मामले में स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि उनके हाथ में कुछ भी नहीं है. उनको सूची के अनुसार वैक्सीनेशन के लिए टीके का आवंटन किया जाता है.
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इसके अलावा ऑनलाइन पंजीकरण के आधार पर आने वाले लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. पूर्व में जब 45 प्लस का टीकाकरण किया जा रहा था तो लोगों ने रुझान नहीं दिखाया, लेकिन अब लोग आ रहे हैं और यदि उन्हें समस्या है तो उच्च अधिकारियों को अवगत कराएं. मामले की जानकारी मिली तो मौके पर सदर थाने का जाब्ता पहुंचा. पुलिस के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ. इसके बाद टीकाकरण फिर से शुरू हो पाया.
अन्य जगहों पर भी हुआ विरोध...
प्रशासन की ओर से की गई इस व्यवस्था का विरोध अन्य स्थानों पर भी हो चुका है. चित्तौड़गढ़ जिले में केवल देवरी नहीं बल्कि डूंगला मण्डफिया में भी इस प्रकार का विवाद हो चुका है. ऐसे में एक और ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग के दौरान टीकाकरण केंद्रों में आवंटन के चलते उन लोगों को दूरी तय करनी पड़ रही है. साथ ही दूसरी ओर स्थानीय लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है.
चित्तौड़गढ़ में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मास्क और चिकित्सकीय उपकरण भेंट किए गए...
जिले के श्री सांवलिया जी हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना मरीजों के इलाज के लिए एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और नौ पल्स ऑक्सीमीटर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा को सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के कार्यालय में उपस्थित होकर भेंट किए गए. इस दौरान वी हेल्प फाउंडेशन के शहील अजमेरा, अनुपम जैन, महावीर वेद, दीपक पगारिया, हैप्पी पगारिया, अंकित पगारिया, दिवांश वेद, शुभम तंबोली, रौनक जैन आदि उपस्थित थे.