चित्तौड़गढ़. प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने 1947 में देश विभाजन (partition of India) के मसले पर पंडित जवाहरलाल नेहरू का बचाव करते हुए बयान (Udayalal Anjana on jawaharlal nehru) दिया है. उन्होंने कहा कि नेहरू निर्दोष थे और कई बार तात्कालिक परिस्थितियों के अनुरूप निर्णय करने होते हैं जिनके परिणाम बाद में आते हैं. ऐसे में उन पर कीचड़ उछालना उचित नहीं.
स्वतंत्रता दिवस के जिला स्तरीय मुख्य समारोह सहित शहर के अन्य कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद निंबाहेड़ा रवाना होने से (Udayalal Anjana in chittorgarh) पहले सहकारिता मंत्री आंजना ने बातचीत के दौरान कहा कि मीडिया पर चल रही बहस में देश विभाजन के लिए नेहरू को जिम्मेदार बताया जा रहा है. जिस देश में आजादी से पहले सुई तक नहीं बनती थी वहां आज बड़े-बड़े कारखाने लगे हैं. उसका श्रेय नेहरू और कांग्रेस को ही जाता है. आधुनिक भारत की बुनियाद रखने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री पर देश विभाजन करने की बात कहकर कीचड़ उछालना अनुचित है. कई बार सत्ता में बैठे लोगों को तात्कालिक परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेने पड़ते हैं जिनके परिणाम बाद में आते हैं.
पढ़ें. कांग्रेस ने देश का विभाजन करवाया, आज उसे देश जोड़ने की याद आ रही है : विट्ठल शंकर अवस्थी
पंडित नेहरू ने भी तात्कालिक परिस्थितियों के अनुसार ही यह निर्णय लिया होगा. उस समय की तस्वीरों से साफ झलकता है कि देश विभाजन को लेकर पंडित नेहरू कितने दुखी थे. उनकी आंखों में आंसू थे लेकिन कई बार परिस्थितियों के आधार पर निर्णय करने ही होते हैं. सांप्रदायिक सद्भाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि चाहे हिंदू हो या मुसलमान या सिख और ईसाई सब अपने-अपने तीज त्योहार धूमधाम से मनाते हैं लेकिन स्वाधीनता दिवस और गणतंत्र दिवस पर देश के हर नागरिक में अलग ही उत्साह देखा जा सकता है.