चित्तौड़गढ़. जिले के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया प्रयास अब रंग लाने लगा है. बस्सी वन्यजीव अभ्यारण्य में पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. गत दिनों ही क्रोकोडाइल सफारी की शुरुआत की गई थी, जिसके चलते बस्सी सेंचुरी में पर्यटक बढ़ने लगे (Tourists increased in Bassi Wildlife Sanctuary) हैं.
चित्तौड़गढ़ जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए बस्सी वन्यजीव अभ्यारण्य में क्रोकोडाइल पॉइंट के साथ वाइल्ड लाइफ सेंचुरी का आनंद लेने के लिए बस्सी बांध के कैचमेंट क्षेत्र में नौकायन शुरू किया गया. इसे शुरू करते ही पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा हो गया है. पर्यटकों को सुविधा मुहैया कराने के लिए भी वन विभाग प्रयासरत है.
वन्यजीवों के साथ मगरमच्छ की भी साइटिंग: बस्सी सेंचुरी क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों को वन्यजीवों के साथ-साथ मगरमच्छों की भी साइटिंग हो रही है. जिले के कई जलाशयों में मगरमच्छ हैं. लेकिन नौकायन के दौरान पानी के किनारे पर मगरमच्छ देखने का रोमांच अलग ही है. क्षेत्रीय वन अधिकारी अब्दुल सलीम खान का कहना है कि पहले एक दिन में औसत 20 पर्यटक ही आते थे, लेकिन क्रोकोडाइल सफारी शुरू करने के बाद पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है. अवकाश के दिनों में तो यह संख्या 200 पार हो जाती है.
गर्मी की छुट्टियां होंगी तो बढ़ेंगे ट्यूरिस्ट: खान ने बताया कि आगामी दिनों में गर्मी की छुट्टियां आने वाली हैं. गर्मी की छुट्टियों में भी अच्छे पर्यटन की आस है. बच्चों में नौकायन को लेकर उत्साह देखने को मिला है. ऐसे में उम्मीद है कि आगामी दिनों में पर्यटक बढ़ेंगे. जो भी कमियां सामने आ रही हैं, हम उसे पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं.
आर्टिफिशियल टापू बनाने का काम होगा शुरू: खान ने बताया कि सेंचुरी क्षेत्र में क्रोकोडाइल सफारी को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए आर्टिफिशियल टापू बनाए जाएंगे. एक टापू पहले से ही बना हुआ है. पानी कम होने के साथ ही टापू बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा, जिससे कि मगरमच्छ आर्टिफिशियल टापू पर बैठें और लोगों को साइटिंग हो.