चित्तौड़गढ़. लोकसभा के लिए सोमवार को हुए मतदान के दौरान दिन भर मतदान में कई उतार-चढ़ाव नजर आए. दिन में भीषण गर्मी के कारण मतदान की गति काफी मंद हो गई. तो वहीं मतदाताओं ने इसकी भरपाई शाम को कर दी.
चित्तौड़गढ़ में अपेक्षा से अधिक मतदान को देख कर निर्वाचन विभाग के अधिकारी भी भौचक्के रहे गए. वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के मुकाबले इस बार लगभग 7 फीसदी अधिक मतदान हुआ है. जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार चित्तौड़ लोकसभा क्षेत्र में 72.31 प्रतिशत मतदान हुआ है.
सुबह 9:00 बजे तक 14 फीसदी मतदान हुआ था जो 11:00 बजे तक 30 का आंकड़ा पार कर गया. लेकिन जैसे-जैसे दिन की गर्मी बढ़ी वैसे-वैसे मतदान की गति धीमी होती गई. दोपहर 1:00 बजे तक करीब 47 फीसदी मतदान का आंकड़ा पहुंच पाया.
लेकिन शाम को मतदान की गति बढ़ गई और आंकड़ा 72.31 तक पहुंच गया. खासकर मतदान केंद्रों पर छाया पानी की व्यवस्था के कारण भी मतदान बढ़ने की बात बताई जा रही है वहीं निर्वाचन विभाग द्वारा भी पिछले 2 माह से मतदान बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे थे.
सवाई माधोपुर जिले में कुछ ऐसा रहा चुनावों का हाल
लोकसभा चुनावों को लेकर सुबह 7:00 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम 6:00 बजने के साथ ही छुटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. जिले के 967 मतदान बूथों पर सुबह 7:00 बजने के साथ ही मतदाताओं की खासी भीड़ नजर आई. दोपहर में मतदान गर्मी के कारण कम रहा. मगर जैसे ही शाम के 4:00 बजे वैसे ही एक बार फिर पोलिंग बूथों पर मतदाताओं का हुजूम दिखाई दिया. जिला निर्वाचन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद जिले का मतदान 62% रहा. मतदान के दौरान कई पोलिंग बूथों पर ईवीएम खराब होने में देरी से शुरू होने की खबरें आई. जिन्हें संबंधित अधिकारियों द्वारा उनका तुरंत समाधान किया गया.
कांग्रेस प्रत्याशी नमो नारायण मीणा ने जहां अपने पैतृक गांव बामनवास में मतदान किया. वहीं खंडार विधायक अशोक बैरवा ने कुशाली धरा, सवाई माधोपुर विधायक ने रणथंभौर रोड और पूर्व विधायक जितेंद्र गोठवाल ने शिवाड़ के पोलिंग बूथ पर मतदान किया.
नागौर जिले की सीमाओं में राजसमंद संसदीय सीट के लिए ऐसा रहा मतदान
नागौर जिला प्रदेश का ऐसा एकमात्र जिला जो कि 2 लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है. आज हुए चौथे चरण में लोकसभा चुनाव राजसमंद संसदीय सीट के लिए हुए चुनाव में नागौर जिले के मेड़ता और डेगाना विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण संपन्न हुई. मेड़ता और डेगाना विधानसभा क्षेत्र में शहरी और बड़े कस्बों में मतदान को लेकर काफी उत्साह देखा गया. जबकि ग्रामीण क्षेत्र में मतदाता उदासीन नजर आए.
राज्य में करीब 6 माह पूर्व हुए विधानसभा चुनाव के दौरान नागौर जिले की मेड़ता विधानसभा में 71 फीसदी और डेगाना विधानसभा में 72 प्रतिशत मतदान हुआ. नागौर के दोनों विधानसभा को राजसमंद लोकसभा में मिलाने के चलते सांसद को चुनने में मतदाता में इतना उत्साह नहीं रहता. जितना विधानसभा चुनाव में विधायक चुनाव के लिए रहता है. इसी कारण से है कि इस बार मतदान का 8 फीसदी कम कम नजर आया. डेगाना और मेड़ता सिटी के कई बड़ी राजनीतिक शख्सियतों ने भी मतदान किया तो केंद्रीय मंत्री सीआर चौधरी ने अपने पैतृक गांव मेड़ता सिटी के धांधलास मे वोट करते हुए नजर आए.
नागौर जिला निर्वाचन अधिकारी दिनेश कुमार यादव मेड़ता रोड डेगाना के अनेक मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया. डेगाना विधानसभा के बूथ संख्या 112, मेड़ता के 119 में महिला मतदान केंद्र का भी निरीक्षण किया. इन सभी मतदान केंद्रों पर महिला कर्मचारी उपस्थित रही.