चित्तौड़गढ़. भदेसर थाना क्षेत्र के नाहरगढ़ गांव से पुलिस एक किशोरी की दस्तियाब किया है. यह किशोरी पिछले दिनों कोटा के रामगंज मंडी से अपने कथित प्रेमी के साथ फरार हुई थी. वहीं नाहरगढ़ में कथित प्रेमी के साथ मजदूरी करते हुए मिली. किशोरी को भदेसर पुलिस ने बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया है, जहां से उसे कोटा पुलिस को सौंपा है. वहीं कथित प्रेमी को हिरासत में ले लिया है.
भदेसर थाना पुलिस के अनुसार थाना पुलिस ने नाहरगढ़ गांव से एक किशोरी को दस्तयाब किया हैं. उसके कथित प्रेमी को हिरासत में लिया है. यह किशोरी दो सप्ताह पूर्व रामगंज मंडी से फरार हुई थी. भदेसर थाने के सहायक उप निरीक्षक लेखराज ने बताया कि कोटा जिले की रामगढ़ थाना क्षेत्र रहने वाली एक किशोरी 28 मार्च को अपने कथित प्रेमी के साथ फरार हुई थी, जो नाहरगढ़ गांव में दोनों ही मजदूरी का कार्य कर रहे थे. भदेसर पुलिस को सूचना मिलने पर किशोरी को दस्तियाब किया है, जबकि उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर इस आशय की सूचना रामगंज मंडी थाना को दी गई. आरोपी रवि पुत्र रामप्रसाद धाकड़ निवासी अमरपुरा थाना रामगंज मंडी का निवासी है. भदेसर पुलिस ने किशोरी को बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेशचन्द्र दशोरा के समक्ष पेश किया. समिति ने किशोरी की काउंसलिंग कर बयान दर्ज किए. कोटा पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि किशोरी के पिता ने पॉक्सो एक्ट का मामला दर्ज कराया है. इसकी सूचना रामगंज थाना पुलिस को भी दी, जिस पर रामगंज मंडी थाने के एएसआई रामप्रकाश किशोरी की बहन के साथ बाल कल्याण समिति चित्तौड़गढ़ के समक्ष उपस्थित हुए.
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एएसआई ने बाल कल्याण समिति को एक आवेदन पेश किया, जिसमें अनुसंधान में आवश्यकता होने के चलते किशोरी को रामगंज मंडी क्षेत्र में ले जाने का आग्रह किया. किशोरी के अनुसंधान की आवश्यकता होने से उसको बाल कल्याण समिति ने रामगंजमंडी पुलिस को सुपुर्द करने का आदेश दिया. साथ ही यह भी निर्देश दिया कि किशोरी को अनुसंधान के बाद बाल कल्याण समिति कोटा को सुपुर्द किया जाए.
इधर, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेश दशोरा ने बताया कि 13 मार्च को चित्तौड़गढ़ जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में गुमशुदा बालिकाओं के प्रकरणों में स्वतः संज्ञान लेकर पुलिस थाना भूपालसागर और डूंगला में दर्ज बालिकाओं के प्रकरणों में बालिकाओं को दस्तियाब करने में हुई देरी के बारे में स्पष्टीकरण समिति के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा. साथ ही बालिकाओं के प्रकरणों का ध्यान जिला पुलिस अधीक्षक को अवगत कराने के विस्तृत रिपोर्ट भी तलब की है.