कपासन (चितौड़गढ़). जिले के कपासन क्षेत्र में गुरुवार को अवैध बजरी भरे डंपर की चपेट में आने से स्कूटी सवार स्कूली छात्र की मौत हो गई. जिसके बाद आक्रोशित भीड़ ने 5 घंटे तक डंपर को ले जाने नहीं दिया. पुलिस प्रशासन के समझाइश के बाद मामला शांत हुआ.
बता दें की कपासन विधानसभा के गांव रण्डियारडी एक मॉडल स्कूल के कक्षा 10वीं का छात्र अपने गांव बबराणा से स्कूल आ रहा था. छात्र गांव के पास सामने से तेज गती से आ रहे डंपर ने उसे चपेट में ले लिया. जिससे छात्र कैलाश दाधिच के पेट और पांव बुरी तरह जख्मी हो गया. घटना के बाद आनन-फानन में घायल को108 वाहन से कपासन चिकित्सालय लाया गया. जहां चिकित्सकों ने कैलाश को मृत घोषित कर दिया.
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वहीं घटना की सूचना पर कपासन पुलिस थाने से एएसआई सोहनसिह भाटी मय जाप्ता मौके पर पहुंचे. इसी दौरान स्थल पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए. जिसके बाद ग्रामीण बिना नंबर के अवैध बजरी से भरे डंपर को घटना स्थल से पुलिस द्वारा जब्त करने से रोकने लगे. इस दरम्यान आक्रोशित ग्रामीणों ने डंपर मालिक को मौके पर बुला कर मुआवजे की मांग की.
मामला बढ़ता देख कपासन मुख्यालय से प्रशासनिक अधिकारी नायब तहसीलदार शंकरलाल गुर्जर, पटवारी हल्का दामाखेड़ा और नगरपालिका कार्मिक भी मौके पर पहुंचे. मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराया. जिसके बाद कपासन पुलिस उपाधीक्षक दलपत सिंह भाटी भी मौके पर पहुंचे. मुआवजा राशि पर सहमति नहीं बनने पर ग्रामीणों ने मार्ग अवरूद्ध कर दिया.
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वहीं घटनास्थल पर पहुंचे कपासन प्रधान भैरूलाल चैधरी, मृतक के गांव बबराणा निवासी पंकज विजयवर्गीय, एडवोकेट रतन टांक, भेरुलाल शर्मा, रमेश विजयवर्गीय, गौतम विजयवर्गीय सहित सैंकड़ों लोगों और कपासन डीएसपी भाटी के बीच वार्ता चलती रही. जिसके बाद प्रधान चैधरी द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाने के आश्वासन पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन रोका. वहीं पुलिस ने डम्पर को जब्त कर लिया है.साथ ही मृतक के पिता की रिपार्ट पर मामला दर्ज कर कार्रवाई भी शुरू कर दी है.