चित्तौड़गढ़. राष्ट्रीय बजरंग दल की और से जिंक प्लांट पर अवैध जल दोहन का आरोप लगा कर प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी क्रम में राष्ट्रीय बजरंग दल जिलाध्यक्ष अमृत माली के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को खून से पत्र लिखा ज्ञापन प्रस्तुत किया. इसमें उन्होंने अवैध जल दोहन रोकने की मांग की है.
इस सम्बंध में जिलाध्यक्ष माली ने बताया कि लगातार ज्ञापन, प्रदर्शन और धरना देने के बावजूद अवैध जल दोहन नहीं रूक रहा है. हिन्दुस्तान जिंक की और से आस-पास के खेतो और प्रमुख जल स्त्रोतों से अवैध जल दोहन के विरोध में सभी शहरवासी और ग्रामीणवासी के साथ मिलवकर राष्ट्रीय बजरंग दल एक महीने से प्रदर्शन कर रहा है. इसमें नुक्कड़ नाटक, ज्ञापन, धरना प्रदर्शन र रोड़ जाम के माध्यम से लगातार प्रशासन को अवगत कराया. इसके बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई. अगर अवैध जल दोहन पर कार्यवाही नहीं होती तो आने वाले समय में चित्तौड़गढ़ जनता का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा और पशु पक्षी जलीय जीव पानी को तरस जाएंगें.
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माली ने बताया कि चित्तौड़गढ़ का जल स्तर काफी नीचे चला गया है. इसके बावजूद भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं होने से वेदान्ता समूह जिले भर में खेत मालिकों को ट्यूबवेल, नलकूप खुदवाने का लालच देकर अवैध जल दोहन कर रहा है. इससे चित्तौड़गढ़ का जल स्तर काफी बिगड़ता जा रहा है. वहीं 9 अप्रैल से लेकर अभी तक राष्ट्रीय बजरंग दल के पदाधिकारी सांकेतिक धरने पर बैठे हैं. अपनी मांग को लेकर राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने खून से पत्र लिखा है. धरनास्थल से काले झण्डे के साथ नारेबाजी करते हुए सभी कलेक्टर के समक्ष पहुंचे, जहां जिला कलेक्टर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है. धरने पर राष्ट्रीय छात्र परिषद जिलाध्यक्ष घनश्याम साहू, हिन्दू हेल्प लाईन जिला संयोजक अभिनन्दन महात्मा, नगर सुरक्षा प्रमुख शिवप्रकाश लोदा आदि उपस्थित थे.