चित्तौड़गढ़. भारतीय जनता पार्टी की ओर से विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काटने के बाद कांग्रेस में सुरेंद्र सिंह जाड़ावत का टिकट भी संकट में आ गया है. गत रात्रि पार्टी की ओर से एक बाहरी व्यक्ति को टिकट दिए जाने की सूचना के बाद कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया और विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न कोनों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता धरोहर संरक्षण प्राधिकरण के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाड़ावत के समर्थन में होटल रायल इन पहुंच गए.
विरोधस्वरूप बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने जड़ावत के समर्थन में नारेबाजी करते हुए सामूहिक त्यागपत्र हाईकमान को भेज दिए. इनमें पार्षद, सरपंच, पंचायत राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधि, पार्टी के बूथ और ब्लॉक अध्यक्ष शामिल हैं. नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा ने बताया कि देर रात पार्टी की ओर से उदयपुर के जितेंद्र सिंह राठौड़ या उनके परिवार के किसी सदस्य को टिकट दिये जाने की सूचना मिली थी. इस सूचना को लेकर कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया और आज मुख्यालय पहुंच गए.
इस फैसले के विरोध में कार्यकर्ताओं ने सामूहिक तौर पर हाईकमान को इस्तीफे भेज दिए. इनमें 40 पार्षद, 26 सरपंच, 7 पंचायत समिति सदस्य, ब्लॉक और मंडल अध्यक्ष शामिल है. शर्मा ने कहा कि पार्टी का यह निर्णय गलत साबित हो सकता है क्योंकि जितेंद्र सिंह बाहरी होने के साथ-साथ वर्ष 2013 में बेगू विधानसभा से पार्टी के खिलाफ बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं और उन्हें निष्कासित किया गया था. पार्टी ने सर्वे के आधार पर टिकट देने का निर्णय किया था जबकि जितेंद्र सिंह का न तो किसी सर्वे में नाम था और न ही उनका कोई आवेदन आया था.