चित्तौड़गढ़. जिले में 3 दिन तक चलाया गया राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान सफल रहा. इस दौरान नर्सिंग कर्मियों के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्मिक करीब तीन लाख मकानों तक पहुंचे. सबके घर तक पहुंच कर लगभग 2,15,000 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई. विभाग लक्ष्य के मुकाबले 99.50 प्रतिशत बच्चों को अभियान के दायरे में लेने में कामयाब रहा.
31 जनवरी से 2 फरवरी तक देशभर में यह अभियान चलाया गया था. चित्तौड़गढ़ जिले में विभाग की ओर से 2,16,809 बच्चे पोलियो की खुराक के लिए चिन्हित किए गए थे. 3,09,625 घरों तक पहुंचने के लिए विभाग की ओर से 1703 बूथ तैयार किए गए और 193 सुपरवाइजर लगाए गए. वहीं, 3905 वैक्सीनेशन के लिए टीम लगाई गई. घर-घर जाकर खुराक पिलाने के अलावा प्रवासी लोगों के बच्चों तक खुराक पहुंचाने के लिए 57 ट्रांजिट बूथ और 49 मोबाइल बूथ लगाए गए.
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आर सी एच ओ डॉ. हरीश उपाध्याय के अनुसार नर्सिंग कर्मियों के साथ-साथ गांव ग्रामीण क्षेत्र में महिला और बाल विकास विभाग के कार्मिकों के साथ टीमों ने घर-घर पहुंचकर नवजात से लेकर 5 साल तक के बच्चों को दो बूंद पोलियो की खुराक पिलाई. प्रतिदिन 1 लाख घरों तक कार्मिक पहुंचे. तीसरे और अंतिम दिन तक 2,16,809 में से 2,15,681 बच्चों तक पोलियो की खुराक पहुंचा दी गई. जो लक्ष्य के मुकाबले 99.50 प्रतिशत है.