चित्तौडगढ़. हाल ही में प्रदर्शित हुई फिल्म पानीपत को लेकर जिले के लोगों में भी रोष व्याप्त है. इतिहास के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर महाराजा सूरजमल का इस फिल्म में गलत चित्रण प्रदर्शित किया जा रहा है. इस संदर्भ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने दोपहर कलक्ट्रेट चौराहे पर प्रदर्शन कर फिल्म के पोस्टर फाड़े और सरकार को जिला कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन दिया.
जानकारी के अनुसार फिल्म पानीपत के विरोध की आंच चित्तौड़गढ़ पहुंची. यहां फिल्म के विरोध में कांग्रेस जिलाध्यक्ष मांगीलाल धाकड़, करणसिंह सांखला, पूर्व उपप्रधान जगदीश शर्मा, ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष त्रिलोक चंद जाट, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष विक्रम जाट सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फिल्मका विरोध किया है.
इस दौरान कांग्रेस पदाधिकारियों ने फिल्म पानीपत का विरोध करते हुए कहा कि इस फिल्म पर तुरंत प्रतिबंध लगा देना चाहिए क्योंकि इस फिल्म में सम्राट सूरजमल जी का फिल्म निर्माताओं की ओर से किया गया गलत चित्रण निंदनिय है. इससे जाट समाज काफी आक्रोशित हो रहा है. राजस्थान, यूपी सहित सभी राज्यों में इस फिल्म का काफी विरोध हो रहा है क्योंकि इस फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया.
साथ ही कहा कि फिल्म निर्माताओं को चाहिए कि जो फिल्म बनाते हैं उनको कम से कम ऐतिहासिक तथ्यों को गहराई मे जाकर अध्ययन करना चाहिए. जो राजपरिवार हैं उनसे उनके बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए उन महापुरुषों के इतिहास के बारे में उसके बाद उनको फिल्म बनानी चाहिए.
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इस तरह से पहले भी कई फिल्मों में विवाद हो चुके हैं. ज्ञापन में बताया कि फिल्म पद्मावत, जोधा अकबर आदि अब यही पानीपत फिल्म में हो रहा है. महाराजा सूरजमल जी को लेकर जो टिप्पणी की गई है उनके चरित्र के बारे में और जो चित्रण किया गया है वह बिल्कुल गलत है.