चित्तौड़गढ़. शहर सहित जिले भर में रविवार को एक बार फिर मौसम का मिजाज बदला. दोपहर बाद अचानक काले बादल छा गए और तेज गर्जना के साथ बारिश से सड़कों पर पानी बह निकला. इस बारिश से मौसम में ठंडक आ गई. इस बीच मौसम विभाग ने सोमवार तक के लिए चित्तौड़गढ़ जिले को ऑरेंज अलर्ट में रखा है. दरअसल, चित्तौड़गढ़ शहर में रविवार सुबह से ही बादल छाए रहे. दोपहर बाद अचानक काले बादल छा गए और गर्जना के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई, जो देखते ही देखते तेज बारिश में बदल गई.
इससे शहर की सड़कों पर पानी बहने लगा और सन्नाटा पसर गया. मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण मेघ गर्जन आकाशीय बिजली और तेज हवाओं के साथ मध्यम दर्जे की बारिश का दौर चल रहा है. वहीं, आज एक और नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी हो गया. मौसम विभाग द्वारा 20 मार्च तक मेघ गर्जना, आंधी तथा बारिश में बढ़ोतरी होने का अनुमान जताया गया. वहींं, बदलते मौसम को देखते हुए 20 मार्च तक के लिए चित्तौड़गढ़ जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
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आपको बता दें कि शुक्रवार को जिले के कई इलाकों में बारिश का दौर चला. बेगूं, पारसोली और बस्सी इलाके में करीब 2 ईंच बारिश दर्ज की गई . सिंचाई विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में बस्सी बांध पर 55, ओराई बांध पर 45, बेगू में 9, गंभीरी बांध 4, गंगरार और संदेसर में 20 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. वहीं, चित्तौड़गढ़ शहर में 4 मिलीमीटर बारिश हुई. बेमौसम बारिश से जिले में पारसोली उसके निकटवर्ती इलाकों में बड़े पैमाने पर फसल को नुकसान हुआ. कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार जागा के अनुसार 400 हेक्टर क्षेत्र में 5 से लेकर 50% तक नुकसान अनुमानित है. मौसम विभाग के अनुसार अगले 2 दिन मौसम के ऐसे ही रहने के आसार जताए गए हैं.
बहरोड़ क्षेत्र में भी गिरे ओले, फसल हुई चौपट : बहरोड़ क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के साथ ओले गिरने के बाद किसान की फसल पूरी तरह चौपट हो गई, जिससे किसान की मेहनत पर पानी फिर गया. किसानों ने बताया कि ओलों की बरसात ने सरसों, गेहूं, चने की फसल को पूरी तरह चौपट कर दिया है. किसानों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द फसलों का मुआयना कर उन्हें मुआवजा दे, ताकि उनको लाभ मिल सके.