चित्तौड़गढ़. प्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक संघ को करीब 10 वर्ष बाद नया चेयरमैन मिला है. कांग्रेस समर्थित जिला परिषद सदस्य बद्री जगतपुरा डेयरी चेयरमैन बने हैं. फिलहाल निर्वाचन अधिकारी की ओर से अधिकृत घोषणा नहीं की है, लेकिन मैदान में कुल 4 नामांकन थे, जिनमें से दो के नामांकन शैक्षणिक योग्यता के कारण खारिज कर दिए गए. वहीं एक प्रत्याशी ने अपना नामांकन उठा लिया है. ऐसे में एक मात्र नामांकन का रह गया है, जिनकी अधिकृत घोषणा होने शेष है.
जानकारी में सामने आया है कि चित्तौड़गढ़ डेयरी में चेयरमैन के चुनाव की प्रक्रिया जारी है. सोमवार को संचालक मंडल सदस्यों के निर्वाचन हुए थे. चित्तौड़गढ़ डेयरी में 6 भाजपा और 6 ही कांग्रेस समर्थित संचालक मंडल सदस्य विजय रहे थे. वहीं सोमवार सुबह डेयरी चेयरमैन के लिए कुल 4 नामांकन आए थे. इनमें दो भाजपा समर्थित और दो कांग्रेस समर्थित थे.
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जानकारी में सामने आया की वार्ड संख्या 1 से बद्रीलाल और वार्ड संख्या 12 से भरत कुमार आंजना का नामांकन था, जो कि दोनों ही कांग्रेस समर्थित थे. वहीं वार्ड संख्या पांच से जमनालाल और वार्ड संख्या 7 से मदन लाल के नामांकन प्राप्त हुए थे. यह दोनों ही भाजपा के समर्थित प्रत्याशी हैं.
निर्वाचन अधिकारी जयदेव देवल ने तय समय के बाद चारों ही नामांकन की जांच की. इसमें मदनलाल और जमुनालाल के नामांकन के साथ लगाई गई शैक्षणिक योग्यता संदिग्ध पाई गई. ऐसे में भाजपा समर्थित दोनों ही प्रत्याशियों के नामांकन खारिज कर दिए गए. वहीं कांग्रेस के एक प्रत्याशी भरत कुमार आंजना ने अपना नामांकन वापस ले लिया. ऐसे में मैदान में केवल बद्री जगपुराका नामांकन ही रह गया है. इस संबंध में चुनाव अधिकारी की ओर से अधिकृत घोषणा की जाएगी.
संचालक मंडल सदस्य में सही, डेयरी चेयरमैन नामांकन गलत
डेयरी के चुनाव में एक बड़ी चूक भी देखने को सामने आई है. वहीं भाजपा की ओर से लगाए गए लगातार आरोप भी लगाए जा रहे हैं. इन सब के बीच भाजपा समर्थित दोनों ही प्रत्याशियों के नामांकन खारिज होना एक बड़ा सवाल खड़ा करता है. जमनालाल और मदनलाल ने संचालक मंडल सदस्य के लिए भी नामांकन भरा था, तब इनकी शैक्षणिक योग्यता सही पाई गई थी, लेकिन अध्यक्ष के लिए इनकी शैक्षणिक योग्यता सन्दिग्ध हो गई.
जब इस बारे में निर्वाचन अधिकारी जयदेव देवल से बात की तो उन्होंने कहा कि उस समय अवधि कम थी और नामांकन बहुत ज्यादा थे. ऐसे में ध्यान नहीं दे पाए. आज ध्यान से देखा तो शैक्षणिक योग्यता संदिग्ध पाई गई और नामांकन खारिज कर दी है इससे पहले प्रयासों को बुलाने के लिए आवाज भी लगाई गई थी, लेकिन कोई प्रत्याशी आपत्ति दर्ज कराने नहीं पहुंचा था.