चित्तौड़गढ़. अनचाही बच्ची के पैदा होने पर निकुम्भ थाना क्षेत्र में अज्ञात महिला ने नवजात बालिका को मारने की नियत से गोबर की रेड़ी में दबा दिया था. निकुम्भ पुलिस ने अनुसंधान के बाद बुधवार को नवजात की मां को गिरफ्तार कर लिया. बालिका को चित्तौड़गढ़ सांवलियाजी चिकित्सालय में इलाज के बाद बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया गया.
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि बामनखेड़ी गांव में गोबर की रेड़ी में जिंदा मिली एक नवजात बालिका को इलाज के लिए निकुम्भ सीएचसी के बाद सांवलियाजी हॉस्पिटल लाया गया. जहां उसका उपचार किया गया. उसके पूर्ण स्वस्थ होने के बाद उसे बाल कल्याण समिति के सुपुर्द किया गया. बामनखेड़ी के कालूराम पुत्र पूरणमल शर्मा की रिपार्ट पर अज्ञात महिला के खिलाफ निकुम्भ थाने पर नवजात बच्ची की हत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज कर जांच थानाधिकारी यशवंत सोलंकी को दी गई.
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थानाधिकारी सोलंकी के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल सुभाषचन्द्र, कांस्टेबल प्रमोद, विकास, अरविन्द, नरेन्द्र, प्रकाशचन्द्र, सुनिल, महिला कांस्टेबल सुमित्रा व रेखा द्वारा बामनखेड़ी में गोबर की रेड़ी में जिन्दा मिली नवजात बच्ची के परिजनों के बारे में पता किया गया. गांव की आशा सहयोगनियों से गर्भवती महिलाओं के बारे में पता करने के बाद गोपनीय तरीके से जांच करते हुए संदिग्धता के आधार पर गांव की शान्ति बाई पत्नी लालचन्द रावत को बुलाया गया. पूछताछ में शान्ति बाई ने नवजात को स्वयं का होना बताया. उसने कबूल किया कि अनचाही संतान पैदा होने के बाद जान से मारने के लिए गोबर की रेड़ी में दबाया था. इस पर पुलिस ने शांति बाई को गिरफ्तार कर लिया.