चित्तौड़गढ़. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से रविवार को चित्तौड़गढ़ में पथ संचलन निकाला गया. इस पथ संचलन की मुख्य विशेषता थी गुणवत्ता. गुणवत्ता के साथ यह पथ संचलन निकाला जिसे गाण्डीव-2020 नाम दिया गया. इस पथ संचलन में करीब 450 स्वयंसेवकों ने कदम से कदम मिला कर गुणवत्ता का संदेश दिया गया. इसमें संख्या बढ़ाने के स्थान पर गुणवत्ता पर जोर दिया. पथ संचलन का पूरे शहर में भव्य स्वागत किया गया.
इस पथ संचलन का आयोजन आरएसस की ओर से किया गया. इसका उद्देश्य गुणवत्ता का संदेश देना था. यही कारण था कि इसमें स्वयंसेवक की गणवेश सहित संचलन आदि में किसी प्रकार की कोई कमी थी तो उसे शामिल नहीं किया गया था. पूर्ण गणवेश और जो कदमताल और वाद्य यंत्र भी सही बजा रहे थे. उन्हें ही इसमें शामिल किया गया.
जिला संघचालक अनिरूद्ध सिंह भाटी ने बताया कि संचलन गाण्डीव-2020 में सम्पूर्ण चित्तौड़गढ़ जिले के सभी वर्ग के स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश के साथ कदमताल मिलाया. यहां से दोपहर 2ः30 बजे पथ संचलन आरंभ हुआ. यह नगर परिषद, कलक्ट्रेट चौराहा, गंभीरी नदी, सुभाष चौक, गोल प्लाऊ, पावटा चौक, देहली गेट, चंदनपुरा, गांधी चौक, गोल प्याऊ, सुभाष चौक होते हुए नियत समय पर ईनाणी सिटी सेंटर पहुंच कर सम्पन्न हुआ.
पढ़ें- चित्तौड़गढ़: किसान अफीम की खेती को बचाने के लिए कर रहे कड़ी मेहनत
इस दौरान पथ संचलन के मार्ग में जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया. गुणवत्ता संचलन में करीब 450 स्वयंसेवक शामिल हुए थे. इस दौरान पथ संचलन के मार्ग में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे. संचलन के आगे पुलिस के वाहन और पुलिसकर्मी भी चल रहे थे. इससे कि पथ संचलन में किसी प्रकार की बाधा नहीं आए. इस दौरान कोतवाली थानाधिकारी सुमेरसिंह, सदर थानाधिकार विक्रमसिंह, चंदेरिया थानाधिकारी अनिल जोशी, महिला थानाधिकारी सुशीला खोईवाल सहित इन थानों, यातायात पुलिस एवं पुलिस लाइन से भी अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया गया था. पथ संचलन के समापन पर बौद्धिक का आयोजन हुआ.