चित्तौड़गढ़. नगर निकाय चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही कांग्रेस और भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. कांग्रेस के जिला चुनाव प्रभारी मांगीलाल गरासिया मंगलवार को चित्तौड़गढ़ पहुंचे. उन्होंने यहां तीनों नगर निकाय क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और जिताऊ और टिकाऊ प्रत्याशियों को लेकर मंथन किया. इस दौरान कोविड-19 गाइडलाइन की पालना नहीं की गई. आम कार्यकर्ता तो दूर की बात खुद पूर्व मंत्री गरासिया कोरोना को लेकर लापरवाह नजर आए.
जिले में बड़ी सादड़ी, कपासन और बेगू नगर पालिका में चुनाव होने जा रहे हैं. जिला महासचिव करण सिंह सांखला की अध्यक्षता में संयुक्त बैठक के दौरान गरासिया ने राज्य सरकार के कामकाज और केंद्र सरकार के खिलाफ किसान आंदोलन के आधार पर पार्टी के प्रति माहौल होने की बात कही. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने तमाम नेताओं को आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होने की नसीहत भी दी.
पढे़ं: किसानों को खेती के लिए दिन में ही बिजली दे सरकार, मनमाने तरीके से VCR भरना बंद करे: राजे
गरासिया सोमवार शाम को बड़ी सदरी गए थे, वहां पूर्व विधायक प्रकाश चौधरी और बिहारी लाल चौधरी से चर्चा के बाद दोनों ही नेताओं को नगर पालिका में बोर्ड बनाने की जिम्मेदारी सौंपी. गरासिया ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि इन चुनावों को लेकर पार्टी के प्रति जनता में अच्छा माहौल देखने को मिल रहा है. राज्य में पार्टी की सत्ता होने के साथ-साथ केंद्र सरकार के खिलाफ कृषि कानून हमारे लिए प्लस पॉइंट है और हम तीनों ही नगर निकायों में अपना बोर्ड बनाने में कामयाब होंगे.
कांग्रेस में दिखी गुटबाजी
पंचायती राज चुनाव में हार और टिकट आवंटन को लेकर पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में गुटबाजी देखने को मिली. मंच से एक वक्ता ने खरी खोटी सुनाते हुए जमीनी कार्यकर्ताओं को संगठन में तवज्जो देने की मांग की. पार्टी के कुछ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने शीर्ष नेताओं पर टिकट आवंटन में भेदभाव करते हुए अपने चहेतों को टिकट देने की बात कही.