चित्तौड़गढ़. जिले के मातृकुण्डिया में 27 फरवरी को किसान सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इसको लेकर शुक्रवार को राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने पत्रकार वार्ता को संबोधित किया. इस दौरान मंत्री हरीश चौधरी ने हिंदुस्तान जिंक को खेतों से पानी दिए जाने के सवाल पर कहा कि नियमों में संशोधन कर दिया गया है. नलकूप के पानी का उपयोग किया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने कहा कि जिस काम के लिए नलकूप है, उसी में उपयोग हो सकता है.
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हरीश चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार जो काले कानून लेकर आ रही है, उसके विरोध में किसान इतने लंबे समय से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बावजूद सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है. देश के प्रधानमंत्री निजीकरण और औद्योगीकरण को बढ़ावा देने की बात कह रहे हैं और किसानों के आंदोलन को बिना किसी नीति और नेतृत्व के बताने की बात कह कर किसानों को गुमराह कर रहे हैं. इन हालातों में कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है.
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार बिना किसी उद्देश्य के आंदोलन होने की बात कही है, जबकि केंद्र सरकार औद्योगिक इकाइयों के लिए काम कर रही है. कृषि कानून ना केवल किसानों के बल्कि आमजन के भी हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि अडानी और अंबानी जैसे उद्योगपतियों के लिए काम करने वाली सरकार नाम बदल रही है.
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हरीश चौधरी ने कहा कि केंद्र के बजट में भी सरकारों को नुकसान दिया जा रहा है. इसको लेकर किसानों के हित में कटिबद्ध कांग्रेस पार्टी लगातार आंदोलन कर रही है. इसी कड़ी में जिले के मातृकुंडिया में किसान सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इस किसान सम्मेलन को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी अजय माकन, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा सहित कांग्रेस के कई बड़े नेता संबोधित करेंगे.
मातृकुंडिया के चयन को लेकर उन्होंने कहा है कि यह धार्मिक आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ कांग्रेस का सदैव इसी स्थान से विशेष लगाव रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया सहित कई बड़े नेता इस स्थान के प्रति आस्था रखते आए हैं. वहीं, उपचुनाव को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चुनाव की तैयारी भी की जा रही है.
सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि सम्मेलन में 50 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है. इससे भी ज्यादा लोग आते हैं तो तत्काल लोगों को बैठाने की व्यवस्था कर दी जाएगी.