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कामकाजी महिलाओं के कार्य पर नहीं पड़ेगा असर, कलेक्टर ने शुरू करवाया वात्सल्य कक्ष, बच्चों की देखभाल होगी - VATSALYA ROOM IN ALWAR

अलवर में जिला कलेक्टर की पहल पर कामकाजी महिलाओं के बच्चों की देखभाल के लिए मिनी सचिवालय में वात्सल्य कक्ष बनाया गया है.

Vatsalya Room in Alwar
वात्सल्य कक्ष में खेलते बच्चे (ETV Bharat Alwar)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 14, 2025, 3:08 PM IST

Updated : Feb 14, 2025, 4:46 PM IST

अलवर: छोटे बच्चों के साथ कामकाजी महिलाओं को अपने काम पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने में कई बार परेशानी होती है. इसके चलते वह अपने सभी दायित्व का निर्वहन पूर्ण रूप से नहीं कर पाती, लेकिन अब अलवर के मिनी सचिवालय में कामकाजी महिलाओं को छोटे बच्चों के चलते कार्य में विघ्न नहीं पड़ेगा. कामकाजी महिलाओं को ध्यान में रखते हुए अलवर जिला कलेक्टर की ओर से नवाचार कर नया वात्सल्य कक्ष बनाया गया, इसका शुभारंभ शुक्रवार को जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला ने किया. वात्सल्य कक्ष का नोडल महिला अधिकारिता विभाग को बनाया गया है.

जिला कलेक्टर शुक्ला ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइंस है कि जहां भी कामकाजी महिलाओं की संख्या ज्यादा हो, वहां उनके बच्चों को रखने का एक सेफ स्पेस होना चाहिए. पालना स्कीम के तहत भी यह कार्य होता है.

जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला (ETV Bharat Alwar)

पढ़ें: महिलाओं के सम्मान में चित्तौड़ डिपो पर शुरू हुआ शिशु वात्सल्य कक्ष

उन्होंने बताया कि अलवर के मिनी सचिवालय परिसर में बड़ी संख्या में कामकाजी महिलाएं हैं, लेकिन पूरे परिसर में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां वह अपने बच्चों को लाकर सुरक्षित छोड़ सकें. इसी को देखते हुए इस वात्सल्य केंद्र का शुभारंभ शुक्रवार को किया गया. जिला कलेक्टर ने बताया कि इसके लिए एक प्लान तैयार किया गया और आईसीआईसीआई फाउंडेशन से चर्चा की, जिन्होंने यह वात्सल्य कक्ष दो माह में तैयार किया गया है.

जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला ने बताया कि इस वात्सल्य कक्ष का उद्देश्य है कि मिनी सचिवालय में कार्यरत महिला अपने फैमिली व काम के दायित्व को पूरी तरह से निभा सके. उन्होंने बताया कि ऐसी कामकाजी महिलाओं के लिए यह वात्सल्य कक्ष अनुकूल है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिए यहां दो ट्रेंड महिलाएं होमगार्ड से लगाई गई है. उन्होंने बताया कि यह वात्सल्य कक्ष मिनी सचिवालय के फर्स्ट फ्लोर पर बनाया गया है. जिला कलेक्टर ने बताया कि अंदर एक प्राइवेट स्पेस भी दिया गया है, जिसके चलते महिला अपने बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग भी कर सकती है.

अलवर: छोटे बच्चों के साथ कामकाजी महिलाओं को अपने काम पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने में कई बार परेशानी होती है. इसके चलते वह अपने सभी दायित्व का निर्वहन पूर्ण रूप से नहीं कर पाती, लेकिन अब अलवर के मिनी सचिवालय में कामकाजी महिलाओं को छोटे बच्चों के चलते कार्य में विघ्न नहीं पड़ेगा. कामकाजी महिलाओं को ध्यान में रखते हुए अलवर जिला कलेक्टर की ओर से नवाचार कर नया वात्सल्य कक्ष बनाया गया, इसका शुभारंभ शुक्रवार को जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला ने किया. वात्सल्य कक्ष का नोडल महिला अधिकारिता विभाग को बनाया गया है.

जिला कलेक्टर शुक्ला ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइंस है कि जहां भी कामकाजी महिलाओं की संख्या ज्यादा हो, वहां उनके बच्चों को रखने का एक सेफ स्पेस होना चाहिए. पालना स्कीम के तहत भी यह कार्य होता है.

जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला (ETV Bharat Alwar)

पढ़ें: महिलाओं के सम्मान में चित्तौड़ डिपो पर शुरू हुआ शिशु वात्सल्य कक्ष

उन्होंने बताया कि अलवर के मिनी सचिवालय परिसर में बड़ी संख्या में कामकाजी महिलाएं हैं, लेकिन पूरे परिसर में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां वह अपने बच्चों को लाकर सुरक्षित छोड़ सकें. इसी को देखते हुए इस वात्सल्य केंद्र का शुभारंभ शुक्रवार को किया गया. जिला कलेक्टर ने बताया कि इसके लिए एक प्लान तैयार किया गया और आईसीआईसीआई फाउंडेशन से चर्चा की, जिन्होंने यह वात्सल्य कक्ष दो माह में तैयार किया गया है.

जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला ने बताया कि इस वात्सल्य कक्ष का उद्देश्य है कि मिनी सचिवालय में कार्यरत महिला अपने फैमिली व काम के दायित्व को पूरी तरह से निभा सके. उन्होंने बताया कि ऐसी कामकाजी महिलाओं के लिए यह वात्सल्य कक्ष अनुकूल है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिए यहां दो ट्रेंड महिलाएं होमगार्ड से लगाई गई है. उन्होंने बताया कि यह वात्सल्य कक्ष मिनी सचिवालय के फर्स्ट फ्लोर पर बनाया गया है. जिला कलेक्टर ने बताया कि अंदर एक प्राइवेट स्पेस भी दिया गया है, जिसके चलते महिला अपने बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग भी कर सकती है.

Last Updated : Feb 14, 2025, 4:46 PM IST
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