चित्तौड़गढ़. जमीन हड़पने की नीयत से खाप पंचायत बुलाकर खातेदार महिला को परिवार सहित समाज से बाहर कर हुक्का-पानी बंद करने का मामला (Khap Panchayat expelled the woman from the society) सामने आया है. मंडफिया पुलिस थाने में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई गई जिसे लेकर पुलिस जांच कर रही है. इस प्रकरण में नाते-रिश्तेदारों सहित करीब 3 दर्जन लोगों पर सामूहिक बैठक कर समाज से बहिष्कार किए जाने का आरोप लगाया गया.
घोड़ा खेड़ा गांव निवासी केसर (60) पत्नी भैरू लाल मेघवाल की रिपोर्ट के अनुसार उसका पीहर चिकारड़ा गांव में है. इकलौती संतान होने के कारण माता-पिता की मौत के बाद कृषि भूमि केसर के नाम कर दी गई है. उसे लेकर उसके पीहर पक्ष के लोग व रिश्तेदार नाराज हो गए हैं. आरोप है कि साजिश के तहत 9 जून को चिकारड़ा में सामाजिक बैठक आयोजित कर उसे परिवार के साथ सामाजिक रूप से बहिष्कृत किए जाने का फरमान सुनाया गया.
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खाप पंचायत के जरिए समाज के सभी कार्यक्रम में उनका न्योता और हुक्का-पानी बंद किए जाने का ऐलान किया गया. यहां तक कि बैठक का वीडियो सोशल मीडिया पर दिया गया जिससे उनके परिवार की छवि को आघात पहुंचा. ऐसे में अब उनके परिवार के समक्ष आत्महत्या करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. रिपोर्ट में 32 लोगों के खिलाफ इस मामले में कानूनी कार्रवाई की गुहार लगाई है. मामले की जांच चिकारड़ा के चौकी प्रभारी प्रेम सिंह को सौंपी गई. मामले की जांच शुरू कर दी गई है. इस मामले में फरियादी महिला को बुलाकर उसके बयान भी दर्ज किए गए हैं.