चित्तौड़गढ़. कपासन थाना पुलिस ने कपासन दरगाह के उर्स मेले के दौरान 26 अगस्त को मध्यप्रदेश के एक युवक की हत्या का खुलासा करते हुए हत्या करने वाले कोटा के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सोते हुए की दरी पर पैर लग जाने की मामूली बात पर विवाद में युवक की हत्या कर दी गई थी. चित्तौड़गढ़ पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि कपासन में दीवाना शाह के उर्स के दौरान अज्ञात बदमाशों ने मध्यप्रदेश के मुल्तानपुरा थाना वाईडीनगर जिला मन्दसौर निवासी आशिक पुत्र अफजल लक्कड की चाकू मारकर हत्या करने व उसके दो अन्य साथियों के साथ लाठी डंडों से मारपीट करने पर कपासन थाना में हत्या और मारपीट का केस दर्ज किया गया था. जांच थानाधिकारी कपासन गजेन्द्र सिंह ने ही मुकदमा दर्ज की थी.
सीसीटीवी के संदिग्ध फुटेज व मुखबिर की सुचना के आधार पर उक्त घटना में संदिग्धों की पहचान कोटा जिले के नयापुरा थाना क्षेत्र के होने की जानकारी सामने आई. पुलिस की जांच के लिए गठित टीम कोटा पहुंच कर थानाधिकारी नयापुरा रमेश कुमार मीणा के सहयोग से हत्या व मारपीट के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनकी पहचान अमन, सोहेल खान और लक्की के रूप में हुई है. जिनमें अमन और सोहेल खान की उम्र 21 साल है वहीं तीसरे आरोपी लक्की की उम्र 18 साल है. इस हत्या एवं मारपीट के प्रकरण में अन्य साथी आरोपियों के बारे में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है. साथ ही पकड़े गए आरोपियों के खुलासे में जिन अन्य के नाम सामने आए हैं उनकी धरपकड़ के लिए तलाश तेज कर दी है.
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बता दें कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के आलाधिकारी ने मामले का शीघ्र खुलासा करने के निर्देश दिए गए थे. इसके साथ ही एएसपी बुगलाल मीणा व सीओ कपासन बुद्वराज के सुपरविजन में थानाधिकारी गजेन्द्र सिंह मय पुलिस जाब्ता हैड कांस्टेबल सुरपालसिंह, तेजमल, कांस्टेबल सुनिल चौधरी, दिनेश, सोनाराम, जितेन्द्र की टीम का गठन किया गया. पुलिस की टीम ने घटना स्थल व आसपास के सीसीटीवी फुटेज एवं मुखबिर, गोपनीय रूप से जांच पड़ताल किया गया.
घटना का कारण : मृतक आशिक पुत्र अफजल लक्कड मंदसौर जिला मध्यप्रदेश का निवासी था. वह अपने भाई चांद मोहम्मद के साथ उर्स मेले के दौरान रात में महबुब पार्क में सोए हुए लडकों की दरी पर पैर लग जाने से दोनो पक्षों में आपस में कहा सुनी हो गई थी. कहासुनी होते होते मामला बढ़ गया और मामला हिंसक हो गया. जिसपर मुल्जिम पक्ष के लोगो की ओर से बेसबाॅल के डंडे, लठ एवं चाकु से हमला कर दिया. जिससे मृतक आशिक के सीने एवं जांघ पर चाकू लगने से ईलाज के दौरान सावलिया जी हाॅस्पिटल चित्तौडगढ में मृत्यु हो गई.