चितौड़गढ़. जिले के गंगरार उपखंड के लिरडी गांव में रविवार बजरी माफियाओं ने एक परिवार पर हमला कर दिया. इस हमले में आधा दर्जन से अधिक परिवार जन घायल हो गए. घायलों को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. इस मामले में गंगरार पुलिस ने परस्पर मामले दर्ज किए हैं और जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले में गंगरार थाना क्षेत्र के लिरड़ी गांव में बजरी माफियाओं के हमले में आधा दर्जन से अधिक व्यक्ति घायल हुए, जो सभी एक ही परिवार के हैं. यहां लिरडी गांव में बजरी माफियाओं की ओर से चरनोट भूमि पर भारी मात्रा में नदी से रेत निकाल कर एकत्रित कर रखी है. साथ ही खेतों से बजरी भरे वाहन निकालते हैं. इससे ग्रामीणों को मवेशी चराने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बजरी माफियाओं की ओर से अवैध खनन और चरनोट भूमि पर बजरी डालने का विरोध करने पर रविवार को बजरी माफियाओं ने नदी के किनारे स्थित खेत मालिकों पर सरिए और लठ से हमला कर दिया.
इस हमले में लिरड़ी निवासी कन्नू, राहुल, मुकेश, सोहन, गोविंद, मदन, पप्पू, प्रकाश सहित अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए. हमले के बाद बजरी माफिया मौके से फरार हो गए. बाद में गंभीर रूप से घायल ग्रामीणों को विभिन्न साधनों से चित्तौड़गढ़ के श्री सांवलियाजी चिकित्सालय लाया गया. जहां वह उपचाररत हैं.
ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र से बेड़च नदी निकलती है, उसमें से रेत माफियाओं की ओर से रेत निकाली जाती है और खेतों में से होकर ट्रैक्टर निकाले जा रहे थे. खेतों में फसल होने और चरनोट में खेत एकत्रित करने के चलते प्रजापत समाज के खेत मालिकों ने ट्रैक्टरों को दूसरे रास्ते से निकलने के लिए कहा. कई दिनों से शिकायत करने पर भी नहीं माने और आखिर रेत माफिया और खेत के परिवार आमने-सामने हो गए. रेत माफियाओं ने हथियारों से हमला कर दिया. घायलों में एक किशोर भी शामिल है.
पढ़ें- Exclusive: बीजेपी में जिसने भी शक्ति प्रदर्शन के नाम पर काम किया उसका काम चलता नहीं है: कटारिया
इधर, गंगरार थानाधिकारी शिवराज गुर्जर ने बताया कि ट्रैक्टर निकालने की बात को लेकर विवाद हुआ था. दोनों पक्षों की और से परस्पर प्रकरण दर्ज करवाए गए हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.