चित्तौड़गढ़. अफीम की खेती के पट्टे दिलवाने के नाम पर किसानों से चौथ वसूली के आरोप में नारकोटिक्स विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है. शिकायत के आधार पर केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो द्वारा जिले के चार लंबरदार बर्खास्त कर दिए (Four lambardars dismissed in Chittorgarh) गए. इस कार्रवाई से किसानों के साथ-साथ लंबरदारोंं में खलबली मच गई.
उप नारकोटिक्स आयुक्त कोटा विकास जोशी के अनुसार वे चित्तौड़गढ़ नारकोटिक्स ऑफिस पहुंचे थे. जहां जिला आबकारी अधिकारी प्रथम खंड के अंतर्गत आने वाले बानसेन और पालछा क्षेत्र के किसानों द्वारा तीन लंबरदारों पर अधिकारियों के नाम पर पैसे वसूली की शिकायत की गई थी. मौके पर ही इन गांवों के तीनों लंबरदार बर्खास्त कर दिए गए. वहीं खंड द्वितीय में आने वाले अरनोदा, निंबाहेड़ा के एक लंबरदार के खिलाफ भी इसी प्रकार की कार्रवाई की गई.
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उन्होंने बताया कि किसान अपनी किसी भी प्रकार की शिकायत कर सकते हैं. हर शिकायत की निष्पक्ष जांच होगी और संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि चित्तौड़गढ़ जिला अफीम उत्पादन के मामले में गढ़ माना जाता है. यहां देश में सर्वाधिक अफीम का उत्पादन होता है. जहां करीब 16000 से अधिक किसान पट्टे के आधार पर अफीम की खेती करते हैं. इसके अलावा चित्तौड़गढ़ से सटे प्रतापगढ़, भीलवाड़ा उदयपुर के साथ-साथ मध्यप्रदेश के नीमच और मंदसौर में भी बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की जाती है.