चित्तौड़गढ़. शहर की कोतवाली थाना पुलिस ने हनी ट्रैप के मामले का खुलासा कर दिया है. घटना में आरोपी महिला ने एक व्यक्ति से दोस्ती के बाद उसे फोन कर फ्लैट पर बुलाया और रेप केस में फंसाने की धमकी देकर रुपये ऐंठने लगी. इस मामले में पुलिस ने महिला और उसके पांच साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों से पांच लाख रुपए की नगदी और कार जप्त की है.
दोस्ती का झांसा देकर बुलाया, बलात्कार में फंसाने की दी धमकी
चित्तौड़गढ़ कोतवाली थाना पुलिस ने बताया कि व्यापारी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि 22 जून को उसके मोबाइल पर अज्ञात लड़की का फोन आया. उसने बातचीत कर बताया कि वह उसे जानती है और दोस्ती करना चाहती है. फिर फोन पर कई बार बात की और बाद में अपने जाल में फंसाकर व्यापारी को उदयपुर स्थित एक फ्लैट पर बुलाया. इसकी बाद युवती ने अपने चार साथियों के साथ मिल कर व्यापारी को झुठे बलात्कार केस में फंसाने की धमकी दी और 20 लाख रुपए की मांग की.
पांच लाख लेने के बाद और पैसों के लिए किया ब्लैकमेल
बाद में पांच लाख रुपए देने पर बातचीत तय हुई. घबराए व्यापारी ने अपने दोस्त से पांच लाख रुपये मंगवा कर आरोपियों को दिए. इसके बावजूद आरोपी 28 जून को फिर व्यापारी से डेढ़ लाख रुपये की मांग करने लगे. इस पर व्यापारी ने परेशान होकर कोतवाली थाने पर रिपोर्ट दर्ज करवाई. कोतवाली थाना पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया. मामले में पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र कुमार के निर्देश पर कोतवाली थनाधिकारी तुलसीराम के नेतृत्व में टीम गठित की गई.
पढ़ें: बाड़मेर: आय से अधिक संपत्ति का मामला, परिवहन अधिकारी के ठिकानों पर ACB की कार्रवाई जारी
आरोपियों के पास से एक कार और ऐंठे गए रुपये भी बरामद
सूचना व तकनीकी आधार पर अनुसंधान कर प्रकरण में एक महिला सहित पांच आरोपीयों को गिरफ्तार किया गया. घटना में प्रयुक्त एक कार भी बरामद की गई और व्यापारी से ली गई राशी 5 लाख रुपये भी बरामद कर ली गई. मामले में पुलिस ने उदयपुर जिले के खरसाना निवासी केतन व्यास, अमरपुरा निवासी रमेश गोस्वामी, बिछड़ी निवासी महेन्द्र मेघवाल, चन्देरिया के रामाखेड़ा निवासी सत्यनारायण उर्फ सतु कुमावत व महिला को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला ने व्यापारी को फोन पर अश्लील बातें कर फंसा लिया और बाद में मिलने के लिये उदयपुर फ्लैट पर बुलाया. जहां महिला के साथियों ने व्यवसायी को पकड़ लिया और झुठे बलात्कार के मुकदमे में फसाने की धमकी देकर ब्लेकमेल करने लगे. सभी से पूछताछ की जा रही है.