चित्तौड़गढ़. जिले के मंडफिया कस्बे स्थित वन विभाग की नर्सरी में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन भी आग लग गई. यहां रह-रह कर आग लग जा रही है. आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है. आग से झाड़, झंखाड़ और पेड़ों के अलावा पशु पक्षियों को भी नुकसान पहुंचा है. आग की सूचना पर श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल के टैंकर मौके पर पहुंचे और लपटों पर काबू पाने के प्रयास में लग गए.
मंडफिया कस्बे में भादसोड़ा मार्ग पर एक नर्सरी है जिसमें घने पेड़ों के साथ झाड़-झंखाड़ भी उग आए हैं. नर्सरी का परिसर काफी लंबा चौड़ा है. इस नर्सरी में करीब 10 माह से ग्राम पंचायत मंडफिया की और से कचरा संग्रहण कर डंपिंग यार्ड बनाया गया है. ऐसे में नर्सरी के काफी हिस्से में कचरा एकत्रित हो गया है. इस नर्सरी में रविवार को अज्ञात कारणों के चलते आग लग गई थी. इस पर श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल के टैंकर भेज कर आग पर काबू पा लिया था.
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वहीं रविवार शाम को भी पुनः आग लग गई थी जो देर रात तक नहीं बुझ सकी थी. आग से पूरे कस्बे में धुआं फैल गया था. वहीं मंगलवार सुबह तक नर्सरी में आग नहीं थी, लेकिन दोपहर बाद पुनः चिंगारी उठने लगी और बड़े हिस्से में फैल गई. आग के कारण धुआं काफी दूर से दिखाई दे रहा था. आग की सूचना के बाद श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल से पानी के टैंकर मंगवाए गए. करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. नर्सरी में तीन दिन से लग रही आग के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है.
श्री सांवलियाजी मंदिर ग्राम पंचायत की और से किए जा रहे कचरे के डंपिंग यार्ड में आग लगने की संभावना है. हो सकता है कि पहले यहां आग लगी हो और बाद में यह आग नर्सरी के अन्य हिस्सों में फैली हो. यहां कचरे के ढेर से भी लगातार धुआं उठ रहा. इधर, आग लगने से जहां पेड़-पौधों को तो नुकसान पहुंचा ही है, पशु-पक्षियों को भी नुकसान पहुंचा है. यहां कई पक्षी घोसले बना कर रहते हैं.