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चित्तौड़गढ़: न्यायालय की अनुमति के बाद जिला कलेक्टर ने लिया सावा खदान का जायजा, घोसुंडा बांध तक पानी लाने का खाका तैयार

उच्च न्यायालय की अनुमति मिलने के बाद चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने शनिवार शाम को सावा खदान का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से खदान का पानी घोसुंडा डैम तक पहुंचाने का खाका तैयार करने को कहा.

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Published : Apr 24, 2021, 8:55 PM IST

Chittorgarh Collector took stock of Sava mine
जिला कलेक्टर ने लिया सावा खदान का जायजा

चित्तौड़गढ़. शहर की जलापूर्ति प्रतिदिन की उम्मीद परवान चढ़ती दिख रही है. जहां उच्च न्यायालय की अनुमति मिलने के बाद जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने शनिवार शाम सावा खदान का जायजा लिया और अधिकारियों से खदान का पानी घोसुंडा डैम तक पहुंचाने का खाका तैयार करने को कहा.

जिला कलेक्टर मीणा हिंदुस्तान जिंक और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के साथ सावा खदान पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से खदान के पानी के बारे में जानकारी ली. इसपर अधिकारियों ने उन्हें बताया कि खदान के पानी से चित्तौड़गढ़ शहर को काफी राहत मिल सकती है.

वहीं, जिला कलेक्टर के मौके पर ही खदान से घोसुंडा बांध तक पानी लिफ्ट करने की योजना तुरंत प्रभाव से तैयार करने को कहा. ताकि समय रहते खदान का पानी चित्तौड़गढ़ तक पहुंचाया जा सके.

पढ़ें: चित्तौड़गढ़: पालना गृह में बजी घंटी और गूंजी किलकारी, खेलते हुए मिला नवजात

बता दें कि माइंस से पानी को लिफ्ट कर घोसुंडा डैम तक ले जाने की जोधपुर हाईकोर्ट ने अनुमति दी थी. न्यायालय की अनुमति मिलने के साथ ही जिला प्रशासन खदान के पानी को डैम तक लाने की तैयारियों में जुट गया. उसी क्रम में जिला कलेक्टर खुद खदान पर पहुंचे और मौका मुआयना किया.

इसपर अधिकारियों ने उन्हें मौके पर ही प्लान के बारे में जानकारी से अवगत करा दिया. उल्लेखनीय है कि चित्तौड़गढ़ शहर में फिलहाल पानी के संकट को देखते हुए 48 घंटे के अंतराल पर जलापूर्ति की जा रही है. हालांकि घोसुंडा डैम से भी पानी जुटाए जा रहा है, लेकिन वर्तमान में भेरडा माइंस जलापूर्ति का मुख्य आधार बना हुआ है.

चित्तौड़गढ़. शहर की जलापूर्ति प्रतिदिन की उम्मीद परवान चढ़ती दिख रही है. जहां उच्च न्यायालय की अनुमति मिलने के बाद जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने शनिवार शाम सावा खदान का जायजा लिया और अधिकारियों से खदान का पानी घोसुंडा डैम तक पहुंचाने का खाका तैयार करने को कहा.

जिला कलेक्टर मीणा हिंदुस्तान जिंक और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के साथ सावा खदान पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से खदान के पानी के बारे में जानकारी ली. इसपर अधिकारियों ने उन्हें बताया कि खदान के पानी से चित्तौड़गढ़ शहर को काफी राहत मिल सकती है.

वहीं, जिला कलेक्टर के मौके पर ही खदान से घोसुंडा बांध तक पानी लिफ्ट करने की योजना तुरंत प्रभाव से तैयार करने को कहा. ताकि समय रहते खदान का पानी चित्तौड़गढ़ तक पहुंचाया जा सके.

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बता दें कि माइंस से पानी को लिफ्ट कर घोसुंडा डैम तक ले जाने की जोधपुर हाईकोर्ट ने अनुमति दी थी. न्यायालय की अनुमति मिलने के साथ ही जिला प्रशासन खदान के पानी को डैम तक लाने की तैयारियों में जुट गया. उसी क्रम में जिला कलेक्टर खुद खदान पर पहुंचे और मौका मुआयना किया.

इसपर अधिकारियों ने उन्हें मौके पर ही प्लान के बारे में जानकारी से अवगत करा दिया. उल्लेखनीय है कि चित्तौड़गढ़ शहर में फिलहाल पानी के संकट को देखते हुए 48 घंटे के अंतराल पर जलापूर्ति की जा रही है. हालांकि घोसुंडा डैम से भी पानी जुटाए जा रहा है, लेकिन वर्तमान में भेरडा माइंस जलापूर्ति का मुख्य आधार बना हुआ है.

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