चित्तौड़गढ़. शहर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पहुंच चुकी है. हर रोज रोगियों की संख्या बढ़ रही है. इसके मुख्य कारणों में लोगों की ओर से लापरवाही बढ़ता जाना है. इससे चिंतित जिला कलेक्टर केके शर्मा ने जन जागरूकता के अंतर्गत गुरुवार को दोपहर बाद नगर परिषद सभागार में नगर के सभी पार्षदों की बैठक की और आमजन को जागरूक करने के लिए उनका सकारात्मक सहयोग मांगा.
प्रारंभ में नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा ने कलेक्टर शर्मा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर भूमि अवाप्ति अंबालाल मीणा, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह देवल आदि का स्वागत करते हुए बैठक के उद्देश्य को सामने रखा. नगर परिषद की ओर से इस दिशा में उठाए जा रहे कदमों की जानकारी देते हुए बताया गया कि शहर के सभी प्रमुख बाजारों में परिषद की टीमें लगातार घूम कर लोगों को इसके खतरे के प्रति जागरूक कर रही है वहीं चालान भी काटे जा रहे हैं.
अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक देवल ने कहा कि समय रहते हैं हमें इस वायरस के खतरे को पहचानना होगा. समझाइश के साथ साथ से जानबूझकर लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ चालान काटने की कार्रवाई की जा रही है. इस कार्रवाई मैं और भी गति लाई जाएगी. एडीएम मीणा ने सरकार की नई गाइडलाइन के बाद प्रशासन की ओर से इस दिशा में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी और बताया कि व्यापारिक संगठनों सहित विभिन्न संगठनों की लगातार मीटिंग कर उन्हें जागरूक करने की कोशिश की जा रही है.
जिला कलेक्टर के के शर्मा ने पार्षदों से मुखातिब होते हुए कहा कि बड़ी चिंता की बात है कि शहर में लगातार पॉजिटिव रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसके बावजूद कुछ लोग अभी भी इसके खतरे को पहचान नहीं पा रहे हैं जिससे उन्हें ही नहीं उनके परिवार के साथ साथ आसपास के लोगों को भी खतरा है. क्वॉरेंटाइन करने के बावजूद लोग बाहर घूम रहे हैं. यहां तक कि लोगों से मिलने से भी गुरेज नहीं कर रहे. इस खतरे को हमें पहचाना होगा. जरूरत पड़ने पर प्रशासन की ओर से ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है.
कुछ पार्षदों की ओर से सुझाव दिया गया कि संक्रमण को देखते हुए बड़े स्तर पर होने वाले सामाजिक आयोजनों पर रोक लगाई जानी चाहिए. नगर परिषद सभापति ने जनप्रतिनिधियों से जन जागरूकता अभियान चलाकर शहर को इस अजीब बीमारी से बचाने का आह्वान किया. बैठक के दौरान पार्षदों ने जिला प्रशासन को पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया गया.