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डेढ़ साल की 'जान' को रातभर जंगल में ढूंढते रहे पुलिसकर्मी, सुबह अपने ही घर के टैंक में तैरता मिला शव - rajasthan latest hindi news

शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के सिरोडी गांव में रविवार दोपहर को लापता हुई डेढ़ साल की मासूम की तलाश में पुलिस ने एड़ी से चोटी तक का जोर लगा दिया. करीब 100 पुलिसकर्मी रात भर जंगल में तलाश करते रहे. सोमवार को भी पुलिस की अलग-अलग टीम तलाश में जुट गई. लेकिन, आखिर में बालिका का शव मकान टैंक में ही मिला. पुलिस ने मर्ग दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया.

dead body of children found Chittorgarh latest hindi news
डेढ़ साल की 'जान' को रातभर जंगल में ढूंढते रहे पुलिसकर्मी...
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Published : Mar 8, 2021, 6:57 PM IST

चित्तौड़गढ़. शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के सिरोडी गांव में रविवार दोपहर को लापता हुई डेढ़ साल की मासूम की तलाश में पुलिस ने एड़ी से चोटी तक का जोर लगा दिया. करीब 100 पुलिसकर्मी रात भर जंगल में तलाश करते रहे. सोमवार को भी पुलिस की अलग-अलग टीम तलाश में जुट गई. लेकिन, आखिर में बालिका का शव मकान टैंक में ही मिला. पुलिस ने मर्ग दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया.

लापता हुई डेढ़ साल की बच्ची का शव घर में बने टैंक में तैरता मिला...

जानकारी के अनुसार, शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में आने वाले सिरड़ी सिरोड़ी गांव में रविवार अपरान्ह एक डेढ़ साल की बालिका लापता हो गई. यहां गांव में रहने वाले नरेंद्रसिंह की डेढ़ वर्षीय पुत्री राज नंदनी उर्फ गौरी कंवर घर में ही खेलते हुये गायब हुई थी. इसके अचानक गायब होने से सभी सन्न रह गए. परिजनों ने पहले अपने स्तर पर तलाश की. घर के अलावा भी आस-पड़ोस और गांव में भी तलाश की, लेकिन कहीं पता नहीं चल पाया. इस पर कोतवाली थाना पुलिस को सूचना दी गई. इस पर पुलिस जाब्ता घर पहुंचा और मामले की जानकारी लेकर तलाशी ली. लेकिन, बालिका का कहीं भी पता नहीं चल पाया. इसके बाद उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया. इस पर अतिरिक्त जाब्ता भेजा गया. करीब 100 पुलिसकर्मियों के अलावा ग्रामीणों ने भी रविवार रात को आस-पास के जंगल में तलाशी ली. सुबह तक भी बालिका का पता नहीं चला. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चित्तौड़गढ़ पुलिस उप अधीक्षक मनीष शर्मा, प्रशिक्षु डिप्टी राजेश कसाणा, कोतवाल तुलसीराम प्रजापत, महिला थानाधिकारी सुशीला खोईवाल सहित बड़ी संख्या में जाब्ता पहुंचा.

पढ़ें: एक करोड़ की वारदात का खुलासा करने वाले चित्तौड़गढ़ पुलिस टीम का एसपी ने बढ़ाया हौसला

परिवारजन, ग्रामीणों से अलग-अलग जानकारी ली. सोमवार सुबह डॉग स्क्वायड बुला कर फिर से तलाश शुरू की. कहीं भी बालिका का पता नहीं चल रहा था और फिरौती को लेकर भी किसी का फोन नहीं आया था. इस पर पुलिस ने घर से ही तलाशी शुरू की. घर में एक टैंक है, जो काफी बड़ा है. शाम को और रात को भी पुलिस और परिजनों ने टैंक में झांक कर देखा था, लेकिन बालिका नहीं दिखी थी. सोमवार को पुलिस ने एक ग्रामीण को टैंक में उतारा और गहनता से देखने को कहा, तब उसे बालिका दिखी. इस पर जवानों को उतार कर बालिका के शव को बाहर निकाला गया. यह टैंक करीब 8 फीट गहरा और 10 फीट चौड़ा है. ऐसे में बालिका का शव काफी आगे चला गया, जो दिखाई नहीं दिया था. पुलिस ने शव को जिला चिकित्सालय पहुंचाया. यहां मृग की कार्रवाई कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया. जानकारी में सामने आया कि बालिका के पिता बीकानेर में सिविल इंजीनियर है.

चित्तौड़गढ़. शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के सिरोडी गांव में रविवार दोपहर को लापता हुई डेढ़ साल की मासूम की तलाश में पुलिस ने एड़ी से चोटी तक का जोर लगा दिया. करीब 100 पुलिसकर्मी रात भर जंगल में तलाश करते रहे. सोमवार को भी पुलिस की अलग-अलग टीम तलाश में जुट गई. लेकिन, आखिर में बालिका का शव मकान टैंक में ही मिला. पुलिस ने मर्ग दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया.

लापता हुई डेढ़ साल की बच्ची का शव घर में बने टैंक में तैरता मिला...

जानकारी के अनुसार, शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में आने वाले सिरड़ी सिरोड़ी गांव में रविवार अपरान्ह एक डेढ़ साल की बालिका लापता हो गई. यहां गांव में रहने वाले नरेंद्रसिंह की डेढ़ वर्षीय पुत्री राज नंदनी उर्फ गौरी कंवर घर में ही खेलते हुये गायब हुई थी. इसके अचानक गायब होने से सभी सन्न रह गए. परिजनों ने पहले अपने स्तर पर तलाश की. घर के अलावा भी आस-पड़ोस और गांव में भी तलाश की, लेकिन कहीं पता नहीं चल पाया. इस पर कोतवाली थाना पुलिस को सूचना दी गई. इस पर पुलिस जाब्ता घर पहुंचा और मामले की जानकारी लेकर तलाशी ली. लेकिन, बालिका का कहीं भी पता नहीं चल पाया. इसके बाद उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया. इस पर अतिरिक्त जाब्ता भेजा गया. करीब 100 पुलिसकर्मियों के अलावा ग्रामीणों ने भी रविवार रात को आस-पास के जंगल में तलाशी ली. सुबह तक भी बालिका का पता नहीं चला. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चित्तौड़गढ़ पुलिस उप अधीक्षक मनीष शर्मा, प्रशिक्षु डिप्टी राजेश कसाणा, कोतवाल तुलसीराम प्रजापत, महिला थानाधिकारी सुशीला खोईवाल सहित बड़ी संख्या में जाब्ता पहुंचा.

पढ़ें: एक करोड़ की वारदात का खुलासा करने वाले चित्तौड़गढ़ पुलिस टीम का एसपी ने बढ़ाया हौसला

परिवारजन, ग्रामीणों से अलग-अलग जानकारी ली. सोमवार सुबह डॉग स्क्वायड बुला कर फिर से तलाश शुरू की. कहीं भी बालिका का पता नहीं चल रहा था और फिरौती को लेकर भी किसी का फोन नहीं आया था. इस पर पुलिस ने घर से ही तलाशी शुरू की. घर में एक टैंक है, जो काफी बड़ा है. शाम को और रात को भी पुलिस और परिजनों ने टैंक में झांक कर देखा था, लेकिन बालिका नहीं दिखी थी. सोमवार को पुलिस ने एक ग्रामीण को टैंक में उतारा और गहनता से देखने को कहा, तब उसे बालिका दिखी. इस पर जवानों को उतार कर बालिका के शव को बाहर निकाला गया. यह टैंक करीब 8 फीट गहरा और 10 फीट चौड़ा है. ऐसे में बालिका का शव काफी आगे चला गया, जो दिखाई नहीं दिया था. पुलिस ने शव को जिला चिकित्सालय पहुंचाया. यहां मृग की कार्रवाई कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया. जानकारी में सामने आया कि बालिका के पिता बीकानेर में सिविल इंजीनियर है.

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