चितौड़गढ़. जिला मुख्यालय पर स्थित नवजीवन क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड ने आम लोगों से आरडी और एफडी के नाम पर लाखों रुपए ठग लिए. अब कंपनी अपने कार्यालय पर ताला लगाकर गायब हो चुकी है. निवेशकों ने सोमवार को जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल के समक्ष पेश होकर सोसायटी के संचालकों पर कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए प्रार्थना-पत्र दिया है.
बता दें कि मोटे ब्याज का लालच देकर देश में कई कॉपरेटिव सोसायटियां गरीबों के मुंह से निवाला छीन कर फरार हो चुकी है. इनके संचालक गायब हैं तो निवेशक चक्कर काट रहे हैं. ऐसी ही एक और सोसायटी सामने आई है, जो हाल ही में सैंकड़ों लोगों को चुना लगा कर बंद हो गई. अब निवेशक चक्कर काट रहे हैं. इनमें कोई घर-घर जाकर खाना बनाने वाला है तो वहीं कोई घरों का काम करने वाला है. नवजीवन क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी में निवेश करने वाले लोग जब मीरा नगरी स्थित कार्यालय पहुंचे तो वहां मोटा ताला लटका हुआ था.
साइन बोर्ड पर लिखे नंबरों पर जब संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन नंबर पर संपर्क नहीं हो पाया. वहीं करीब एक सप्ताह से शहर में निवासरत निवेशक प्रतिदिन सोसायटी के कार्यालय पर आकर निराश होकर वापस जा रहे हैं.
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परेशान निवेशकों ने सोमवार को जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल के समक्ष पेश होकर सोसायटी के संचालकों पर कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए प्रार्थना-पत्र दिया है. वहीं नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में निवेश कर चुकी एक महिला ने बताया कि जिले के सांवलियाजी क्षेत्र निवासरत एक महिला ने उन्हें निवेश के लिए प्रोत्साहित किया. महिला ने बताया कि जितनी राशि आप जमा कराओगे, उन पर सोसायटी द्वारा उच्च दर पर ब्याज दिया जाएगा.
जिससे आपका पैसा दोगुने से भी ज्यादा हो जाएगा. महिला की बातों में आकर शहर में निवासरत कई महिला और पुरूषों ने मासिक बचत योजना में आरडी और एफडी के तहत कड़ी कमाई का पैसा जमा करा दिया, लेकिन जैसे ही आरडी और एफडी की समय सीमा पूरी हुई. वैसे ही सोसायटी के संचालक फरार हो गए.
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जिनका मुख्यालय राजस्थान के बाड़मेर जिले में होना बताया जा रहा है. साथ ही इनके द्वारा दिए गए मोबाईल नंबर भी अब बंद बताए जा रहे हैं. ऐसे में अपने साथ ठगी होने का अहसास होने के बाद निवेशक सकते में हैं और कार्रवाई की मांग को लेकर जिला प्रशासन की सहायता मांगी है.