चित्तौड़गढ़. प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना (Udayalal Anjana Chittorgarh Visit) ने रविवार को चित्तौड़गढ़ के सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता की. जिसमें उन्होंने कहा कि किसानों के पास अभी की बिल्कुल भी डोडा चूरा नहीं है. सभी लोग जानते हैं कि 30 जुलाई को डोडा चूरा नष्टीकरण का अंतिम दिन होता है. उन्हें यह भी पता है कि डोडा चूरा रखेंगे तो पुलिस केस हो जाएगा. चुनाव में अभी भी ढाई साल बाकी है लेकिन विपक्ष सिर्फ इसे मुद्दा बना कर चुनाव की तैयारी कर रही है.
इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में कांग्रेस जनों ने एक भी पैसा डोडा चूरा नष्ट करने के लिए नहीं लिया. किसानों से 2013 से 2018 के बीच जो भी हुआ, उस चीज का बयान किसानों से लेना चाहिए तो असलियत सामने आ जाएगी. उन्होंने कहा कि उदयपुर संभाग में लगभग 25000 अफीम काश्तकार है. हर किसानों के लिए उसका पट्टा उसके पुत्र से भी ज्यादा प्यारा होता है लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता उन्हें लगातार भ्रमित किया जा रहा है.
उदयलाल आंजना ने कहा कि बीजेपी की सरकार थी. उस समय एक-एक काश्तकार से 20-20 हजार रुपए और 5 किलो डोडा लेकर उन्हें सर्टिफिकेट दिया जाता था. भाजपा कार्यकाल में 20 हजार रुपए देकर नष्टीकरण करवाना पड़ता था. विपक्ष का इतना भ्रष्टाचार करना ही मेरी जीत का कारण रहा है. साल 2008 में जब राज्य सरकार और सुप्रीम कोर्ट का फैसला था कि अफीम का ठेका बंद हो जाना चाहिए. उस समय मैं भी इसी लाइन में था लेकिन आदेश के बाद में इस लाइन से हट गया. एक सहकारिता मंत्री आंजना ने कहा कि 2013 से 18 तक सरकार बीजेपी की थी. आखरी के कुछ सालों में उन्होंने किसानों के साथ ठगी की. डोडा चूरा लेकर भी नष्ट नहीं किया और तस्करों को बेच दिया गया.
सहकारिता मंत्री ने आरोप लगाया कि थाने से डोडा चूरा लोड हो रहा था. यह सब जनता देख चुकी है और जानती भी है. आज मुआवजे को लेकर सरकार बीजेपी कार्यकर्ता इतना बोल रहें है, जब उनकी सरकार थी तो किसानों को मुआवजा क्यों नहीं दिया गया. मुआवजे की मांग किसान नहीं कर रहे हैं. जबकि कुछ तथाकथित नेता डंडा लेकर खड़े होकर फोटो खिंचवाते हुए उन्हें भ्रमित कर रहे हैं. आंजना ने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि केवल तस्करी बंद हो जानी चाहिए. आबकरी विभाग द्वारा भी कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.
किसानों को खुद ही आकर कह देना चाहिए कि उनके पास डोडा चूरा नहीं है लेकिन अगर वह बेचते हुए पाए गए हैं तो उन्हें सजा भी मिलनी चाहिए. तस्करी करने का हक किसी को भी नहीं है. पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व विधायक सुरेन्द्रसिंह जाड़ावत, नगर परिषद सभापति सन्दीप शर्मा, डेयरी चेयरमेन बद्री जगपुरा मौजूद रहे.