चित्तौड़गढ़/जयपुर. ऐतिहासिक चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर सोमवार से शुरू हुए लाइट एंड साउंड शो (Light and sound show in Chittorgarh) को एक दिन बाद ही बंद करना पड़ा. राजनीतिक हस्ताियों और सामाजिक संगठनों ने इस शो में महारानी पद्मिनी के बारे में आपत्तिजनक प्रसंग दिखाने पर रोष व्यक्त किया है. श्रीराजपूत करणी सेना भी इस मामले में कूद पड़ी है.
चित्तौड़गढ़ दुर्ग में पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित लाइट एंड साउंड शो में रानी पद्मावती को कांच में दिखाने और अलाउद्दीन खिलजी का महिमामंडन करने के आरोप लगाते हुए सांसद सीपी जोशी ने चलते शो को बंद करा दिया था. इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. चित्तौड़गढ़ में सर्व समाज ने इसका विरोध किया है. बार बार मेवाड़ की आन-बान और शान पर चोट करने का आरोप लगाते हुए पैदल मार्च निकाला गया. अब श्रीराजपूत करणी सेना ने भी इस मामले की कड़ी निंदा की है. मंत्री उदयलाल आंजना भी इस प्रकरण को लेकर नाराजगी जता चुके हैं.
श्रीराजपूत करणी सेना ने की निंदा
करणी सेना ने भी इस प्रकरण में विरोध शुरू कर दिया है. श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी ने कहा कि लाइट साउंड शो में चित्तौड़गढ़ में पद्मावती का गलत चित्रण किया गया, इसकी हम निंदा करते हैं. सुखदेव गोगामेडी ने कहा कि कांच में दिखाने के सीन की हम कड़ी निंदा करते हैं. अगर आगे ऐसा दोबारा होता है तो फिर इसका कड़ा विरोध किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि अगर सही चित्रण करते हैं तो हमें कोई आपत्ति नहीं, लेकिन तोड़-मरोड़ कर दिखाए जाने से मां पद्मावती की अस्मिता जो राजपूतों और राजस्थान के लोगों के लिए स्वाभिमान है. उसके साथ समझौता नहीं किया जाएगा और इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा. वहीं सुखदेव गोगामेडी ने मंत्री उदयलाल आंजना पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि मेवाड़ के होकर भी अगर उन्हें अपने मेवाड़ के इतिहास की जानकारी नहीं है तो फिर ऐसे में उन्हें अपना पद छोड़ देना चाहिए.
सांसद सीपी जोशी ने किया था विरोध
सांसद सीपी जोशी की आपत्ति के बाद 45 मिनट के शो को महज 15 मिनट में ही बंद कर दिया गया लेकिन अब यह मामला सामाजिक तूल पकड़ता जा रहा है. जौहर स्मृति संस्थान के बैनर तले शहर के कई सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि आज कलेक्ट्रेट पहुंचे और लाइट एंड साउंड शो में अलाउद्दीन खिलजी को महारानी पद्मिनी को कांच के जरिए दिखाई जाने के प्रसंग पर नारेबाजी कर नाराजगी जताई. बाद में इस मामले में प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा से भी मुलाकात की और उन्हें अपनी भावना से अवगत कराया. कलेक्टर ने उन्हें बताया कि आवश्यक संशोधन तक शो को बंद कर दिया गया है और इस बारे में सरकार को भी लोगों की भावनाओं से अवगत करा दिया गया है.
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने किया हमला
इस मामले में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने इस घटना को निंदनीय बताते हुए कांग्रेस सरकार पर जुबानी हमला बोला है. राठौड़ ने कहा इतिहास को अपभ्रंश करके दिखाना कांग्रेस की पुरानी आदत है. राजेंद्र राठौड़ ने बयान जारी कर कहा कि इतिहास में जिन लोगों को अति महान माना गया और जिनकी त्याग और तपस्या पर राजस्थान का इतिहास बना, उन्हें छोटा करके दिखाना कांग्रेस की मानसिकता बन गई है.
राठौड़ ने कहा कि पद्मावती जौहर के साथ एक किदवंती थी कि अलाउद्दीन खिलजी ने उन्हें एक शीशे में देखा लेकिन शोध के बाद यह तय हो गया था कि इस प्रकार की कोई घटना इतिहास में नहीं हुई. राठौड़ ने कहा इस भूल को पुनः दोहराना और चित्तौड़गढ़ के अंदर लाइट एंड साउंड शो में दिखाना बेहद निंदनीय है यह तब जब स्थानीय सांसद ने भी इसका विरोध किया और कार्यक्रम रुकवाया.
राठौड ने कहा जिस कांग्रेस सरकार को अकबर को महान कहने में कोई संकोच ना हो और महाराणा प्रताप को महान बताने में संकोच हो उससे क्या उम्मीद करें. राठौड़ के अनुसार इतिहास को भी राजनीतिक चश्मे से देखना आप कांग्रेस की आदत में शुमार हो गया है. राठौड़ ने कहा इस प्रकार की घटनाओं की जितनी निंदा की जाए वो कम है.
आर-पार की लड़ाई
मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के जिला महामंत्री तेजपाल सिंह शक्तावत ने कहा कि निश्चित ही यह अत्यंत घृणास्पद है और जब तक इस सीन को नहीं हटाया जाता सर्व समाज के लोग इसे चलने नहीं देंगे. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि शीघ्र ही संशोधन नहीं हुआ तो मेवाड़ की धरा से इस मामले में आर-पार की लड़ाई से भी पीछे नहीं हटेंगे.
क्षत्राणी जौहर स्मृति संस्थान की अध्यक्ष निर्मला कंवर राठौड़ ने कहा कि यह हमारी आन-बान और शान के खिलाफ है. महारानी पद्मिनी के बारे में इस प्रकार के आपत्तिजनक प्रसंग को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष हर्षवर्धन सिंह रूद ने सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना की टिप्पणी को गैर वाजिब बताते हुए कहा कि हर शख्स को अपने इतिहास से प्यार होना चाहिए. वहीं भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष गौतम दक ने इसे समझ से परे बताते हुए कहा कि कांग्रेस को इतिहास को तोड़मरोड़ कर पेश करने वालों से ज्यादा मोहब्बत है. हम चाहते हैं कि इस प्रसंग को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए.
घटना के विरोध में पैदल मार्च
इस मामले को लेकर मंगलवार को राजपूत समाज के साथ सर्व समाज के लोग राजपूत भूपाल छात्रावास से जिला कलक्टर कार्यालय तक पैदल मार्च निकाल कर कलक्ट्रेट में जमकर नारेबाजी की और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. सर्व समाज प्रतिनिधि गौरव त्यागी ने बताया कि सोमवार शाम को शो के लोकार्पण के समय विवादित तथ्य दिखाए जाने के बाद हम सभी ने इसका विरोध किया था.
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राजपूत समाज के प्रतिनिधि और आपणी विरासत आपणी जिम्मेदारी संस्था के विजयराजसिंह रूद ने बताया कि पहले भी लाइट एंड साउंड शो और फिल्म पद्मावत में मेवाड़ की रानी पद्मिनी के बारे में विवादित तथ्यों को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए हैं. एक बार फिर से लाइट एंड साउंड शो में नए वर्जन के लोकार्पण के समय पुराने तथ्यों को नहीं हटाया जाने के विरोध में आज राजपूत समाज के साथ सर्व समाज के लोग विरोध प्रदर्शन में उतरे हैं. भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष हर्षवर्धनसिंह रूद ने बताया कि सांसद ने जिला कलक्टर को विवादित तथ्यों को हटाने के बाद ही शो संचालित करने के लिए निवेदन किया है.